मोनू प्रधान, हरीश भार्गव कोलारस - कोलारस नगर के गुदरी मौहल्ले में निवास करने वाले एक वृद्ध को अपने ही मौहल्ले में नशे में धुत्त एक युवक को गली में गालीगलौज करने से मना करने की कीमत चुकानी पड़ी अपनी जान देकर, बताया गया है कि नशे के शौकीन युवक का इतना आतंक था कि उसके डर के मारे मोहल्ले की गली में कोई उसे टोकता नही था एक अधेड की सबसे बड़ी गलती यही रही की उसने नशेड़ी युवक को नशे में धुत्त होने के बाद गली में गालीगलौज करने से मना किया गुस्साए युवक ने अपनी गुस्सा को सांत करने के लिये वृद्ध की जान ले ली उक्त प्रकरण में कोलारस थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच प्रारम्भ कर दी।
जानकारी के अनुसार कोलारस नगर के गुदरी मोहल्ले में रहने वाले 60 वर्षीय लक्ष्मण वर्मा अपने घर के बाहर रात्रि 10 बजे सोने की तैयारी में थे इसी दौरान पड़ोस के रहने वाला धर्मेंद्र सोनी उर्फ धन्नू पुत्र रामदयाल सोनी उम्र 34 वर्ष शराब के नशे में गली में गालीगलौज कर रहा था लक्ष्मण ने धर्मेंद्र को घर के बाहर गालीगलौज करने से टोक दिया था इसी बात से नाराज धर्मेंद्र ने अधेड़ के घर में घुसकर पहले चांटा मारा इसके बाद अधेड़ नीचे जा गिरा अधेड़ के गिरते ही हमलावर हुए धर्मेंद्र घर में रखी पत्थर की पटिया उठाकर अधेड़ के ऊपर पटक दी इसी दौरान अधेड़ का बेटा मोनू मौके पर पहुंचा परंतु धर्मेंद्र अधेड़ के बेटे को धक्का देते हुए मौके से भाग निकला शराबी धर्मेंद्र के हमले से घायल हुए लक्ष्मण के बेटे मोनू ने अपने पिता को तत्काल कोलारस के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जहां हालत गम्भीर होने के चलते उसे शिवपुरी के मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया और जहां उपचार के दौरान लक्ष्मण की मौत हो गई कोलारस थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच प्रारम्भ कर दी।
तमाशबीन बने पड़ोसी -
जानकारी के अनुसार जिस वक्त धर्मेंद्र सोनी ने अधेड़ लक्ष्मण पर हमला बोला था इसी दौरान अन्य पड़ोसी भी घर के बाहर आ कर तमाशा देख रहे थे लेकिन किसी ने भी धर्मेंद्र सोनी के हमले का विरोध नहीं किया ना ही किसी ने लक्ष्मण को बचाने का प्रयास किया बताया गया है कि मृतक लक्ष्मण कोलारस के गोपाल जी गली में कपड़ा सिलाई का कार्य करता था।
आरोपी के पिता-भाई मृतकी अंतिम सांस तक रहे साथ -
जानकारी के अनुसार धर्मेंद्र के उत्पाद से उसके पिता व भाई भी परेशान थे। वारदात के अंजाम से पहले धर्मेंद्र ने अपने पिता के साथ भी मारपीट कर दी थी इसके बाद उसके पिता घर से बाहर निकल गए थे लेकिन जब धर्मेंद्र के पिता को इस बात का पता चला कि उसके छोटे बेटे धर्मेंद्र ने लक्ष्मण पर हमला बोल कर घायल कर दिया इसके बाद धर्मेंद्र के पिता रामदयाल सोनी अपने बड़े बेटे नंदकिशोर के साथ पूरे समय अस्पताल में उपचार के दौरान लक्ष्मण के साथ रहे थे।
आरोपी जेबरात बनाने का था कुशल कारीगर -
बताया गया है कि धर्मेंद्र के पिता का पुश्तैनी कार्य सोने-चांदी के जेवरातों के निर्माण का था। धर्मेंद्र ने भी अपने पिता से सोने चांदी के जेवरात बनाने का कार्य सीखा हुआ था इसके बाद उसने शिवपुरी में भी रहकर जेवरात बनाने का कार्य किया था परंतु शिवपुरी में रहकर वह स्मेक, गांजे और शराब पीने की लत का आदि हो चुका था और शिवपुरी से अपना काम छोड़कर कोलारस रहने लगा था नशे के कारण आरोपी की पूरा परिवार आरोपी के कारनामों से परेशान था।
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