अपने हाथो से एक बिल्वपत्र का वृक्ष अवश्य लगाना - बृजभूषण - Shivpuri



शिवपुुुरी - श्रावण मास तो अधिक पुण्य देने वाला हैं ही उसमें भी उसमें भी पुरुषोत्तम मास का योग जो 19 वर्ष बाद आया हैं इसलिए आचार्य बृजभूषण महाराज ने बताया की यह श्रावण बहुत ही पुण्य देने वाला है एवं दो श्रावण अभूतपूर्व योग में पड़े हैं इसलिए प्रत्येक मनुष्य को अपने हाथों से श्रावण मास के महीने में एक बिल्वपत्र का वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए बिल्वपत्र का वृक्ष साक्षात भगवान शिव का स्वरूप माना गया है इसलिए बिल्वपत्र की डाली को कभी भी नहीं तोड़ना चाहिए एवं वृक्ष की  सदैव रक्षा करना चाहिए आचार्य जी ने कथा प्रसंग में सुंदर द्वादश ज्योतिर्लिंग की कथा का वर्णन किया और बताया कि जो द्वादश ज्योतिर्लिंग हैं वह  साक्षात भगवान शिव के स्वरूप हैं एवं उनका जो चिंतन करता है उसके समस्त पाप स्मरण मात्र से नष्ट हो जाते हैं आचार्य ने बताया कि मनुष्य को अपने जीवन में इनकी यात्रा करना अवश्य करना चाहिए यात्रा करने से ही मनुष्य के लिए यज्ञ करने के बराबर पुण्य फल प्राप्त होता है महाराज ने बताया की शिव महापुराण की कथा अगर कोई व्यक्ति 5 मिनट भी सुन लेता है सच्चे मन से तो भगवान भोलेनाथ उसको मनोवांछित फल प्रदान करते हैं आपको ज्ञात हो की कत्थामिल के समीप स्थित शिवलोक धाम पर श्री शिव महापुराण कथा का एवं शिवलिंगों के निर्माण का आयोजन किया जा रहा है जिसमें की हजारों भक्त आकर के धर्म लाभ प्राप्त कर रहे हैं कथा के मध्य में  नगरपालिका उपाध्यक्ष श्रीमती सरोज राम जी व्यास जी का आगमन हुआ उन्होंने व्यासपीठ को प्रणाम करके आशीर्वाद लिया एवं कथा के मध्य में संतों का आगमन हो रहा है जनप्रतिनिधियों का आगमन हो रहा है एवं हजारों भक्तों द्वारा कथा श्रवण करके धर्म लाभ प्राप्त किया जा रहा हैं इस का आयोजन कथा 2 अगस्त तक किया जाएगा कथा का समय 2:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक रखा गया है।

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