श्री मौनी महाराज का तेहरवा पुण्यतिथि समारोह तुलसी आश्रम पर सम्पन्न - Shivpuri

महामण्डलेश्वर पुरूषोत्त्म दास जी महाराज के सानिध्य में हुआ भव्य आयोजन
 
शिवपुरीः- तुलसी आश्रम बड़े हनुमान मंदिर के संस्थापक तपस्वी श्री मौनी महाराज का तेहरवा पुण्यतिथि समारोह व पुष्पांजलि सभा गत दिवस सनातन रीति रिवाज से महामण्डलेश्वर श्री श्री 1008 श्री पुरूषोत्तम दास जी महाराज के सानिध्य में बड़े ही भव्यता के साथ तुलसी आश्रम पर संपन्न हुआ।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री गोविन्द गिरि नागा महाराज बनारस तथा कार्यक्रम अध्यक्षता विदुषी कृष्णा किशोरी वृन्दावन धाम, विशिष्ट अतिथि महंत संत दास गोवर्धन दीनबंधु विजयपुर, हरिदास महाराज साहसराम, बंजरंगदास हरिदास जी पवनदास महाराज महाराष्ट्र, अमरदास महाराज वेर बाबड़ी, रामदास महाराज, मातादेव महावीर दास गाविंद गौशाल ईश्वरी हरिओम जी महाराज मंचाशीन थे। कार्यक्रम का शुभारंभ बड़े हनुमान जी की पूजा अर्चना के बाद श्री मौनी महाराज जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि भेंट कर दीप प्रज्जवलित कर किया गया। तत्पश्चात जानकी सेना संगठन द्वारा सुंदरकांड का संगीतमय पाठ किया गया। मंचाशीन सभी अतिथियों का अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा सनातन के जिलाध्यक्ष पुरूषोत्तम कांत शर्मा, शहर अध्यक्ष डाॅ.बी.के.शर्मा, किशोर जैमिनी, कन्हैया रावत, नीरज रावत, समता भार्गव आदि द्वारा माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। मुख्यअतिथि गोविन्द दास महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि अयोध्या के मणिदास छावनी के प्रमुख संतों में श्री मौनी महाराज जी थे। प्रतिदिन वाल्मिकी रामायण का पाठ एवं हवन कर भोजन ग्रहण करते थे। नौकरी से त्यागपत्र देकर आध्यात्म से जुड़कर तपस्या की व अपने पूरे जीवन काल में हजारों भक्तजनों को शिष्य बनाकर आध्यात्म से जोड़ा। आज उनके उत्तराधिकारी पुरूषोत्तम दास जी महाराज हैं। जिनके कई जगह गुजराज, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश में आश्रम हैं जिनका वे मौनी महाराज के आर्शीवाद से उनके बताए मार्ग पर चलकर संचालन करते हुए सनातन धर्म का प्रचार कर रहे हैं। कार्यक्रम अध्यक्ष विदुशी कृष्णा किशोरी देवी ने कहा कि यहां अनन्तकाल तक कोई स्थिर नही रहने वाला हमें जीवन सफल बनाना है तो साधुसंतों से आर्शीवाद लेकर ईश्वर का भजन करना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा सनातन के जिलाध्यक्ष पुरूषोत्तम कांत शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि देह नश्वर है मगर आत्मा अमर है जो लोग जीवन परयंत समाज हित व परहित में रहते हैं वे हमेशा लोगो के दिलों में जीवित रहकर मृत्यु के बाद भी अमर रहते हैं। रामसिंह भगत मंडल अध्यक्ष बजरंग दास जी गोपाल मंदिर के महाराज, हरकिशोर जैमिनी ने भी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने विचार रखे। तुलसी आश्रम के संत श्री घनश्याम दास जी महाराज ने सभी संतो एवं भक्तों का आभार प्रकट किया तथा प्रसादी भण्डारे व संतों की विदाई के बाद कार्यक्रम का समापन किया गया।  

                                          

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