कार्तिक मास का एक नाम दामोदर मास भी है



इस वर्ष कार्तिक मास 29 अक्टूबर से 27 नवंबर तक है ...‼️ दाम यानी रस्सी और उदर यानी पेट। 'दामोदर' अर्थात जिनका उदर(पेट) दाम (रस्सी) से बंध गया 

भविष्य पुराण की कथा के अनुसार:

एक बार कार्तिक महीने में श्रीकृष्ण को राधा से कुंज में मिलने के लिए आने में विलंब हो गया कहते हैं कि इससे राधा क्रोधित हो गईं उन्होंने श्रीकृष्ण के पेट को लताओं की रस्सी बनाकर उससे बांध दियां वास्तव में माता यशोदा ने किसी पर्व के कारण कन्हैया को घर से बाहर निकलने नहीं दिया था।

जब राधा को वस्तुस्थिति का बोध हुआ, तो वे लज्जित हो गईं। उन्होंने तत्काल क्षमा याचना की और दामोदर श्रीकृष्ण को बंधनमुक्त कर दिया इसलिए कार्तिक माह 'श्रीराधा-दामोदर मास' भी कहलाता है। इसलिए माना जाता है कि दामोदर मास में राधा के विधिपूर्वक पूजन से भगवान श्रीकृष्ण प्रसन्न होते हैं, क्योंकि राधा को प्रसन्न करने के सभी उपक्रम भगवान दामोदर को अत्यंत प्रिय हैं ।


श्रीमद्भागवत की एक अन्य कथा के अनुसार गोपियों की शिकायत पर माता यशोदा ने श्री कृष्ण को रस्सियों से बांधने की सजा दी, मगर हर बार रस्सी छोटी पड़ जाती थी। इसी लीला के कारण उनका नाम दामोदर पड़ा  दोनों लीलाएं दर्शाती है कि पूर्ण पुरुषोत्तम भगवान् कृष्ण को केवल प्रेम के बन्धन द्वारा ही बांधा जा सकता है I


महाभारत के शान्ति पर्व में श्रीकृष्ण कहते हैं "पृथ्‍वी, स्‍वर्ग एवं अंतरिक्ष सबकी चेतना का अन्‍तर्भाग मैं ही हूँ, इस कारण मुझे ‘दामोदर' कहते हैं ।


Post a Comment

Previous Post Next Post

संपर्क फ़ॉर्म