सॉफ्टवेयर इंजीनियर स्वाति जेंडर चेंज के बाद बनी लड़का, अब शादी के लिए तलाश रहे लड़की - MP News



मध्यप्रदेश के बैतूल में पहली बार लिंग परिवर्तन का मामला सामने आया है। यहां रहने वाली सॉफ्टवेयर इंजीनियर स्वाति ने सर्जरी कराई और अब शिवाय बनकर जीवन जी रही है। लड़की से लड़का बनने का बैतूल जिले का पहला मामला है। 

हम बात कर रहे हैं संजय कॉलोनी निवासी सॉफ्टवेयर इंजीनियर 30 वर्षीय शिवाय सूर्यवंशी की। वह अब जेंडर चेंज सर्जरी करा कर स्वाति से शिवाय बन गया है। जेंडर चेंज के बारे में बताते हुए शिवाय (स्वाति) ने बताया कि जन्म के बाद से जब कुछ होश आया तो मुझे लड़कों के जैसा ही रहना पसंद था। शुरुआत में मैंने छोटे बाल कर लिए और लड़कों की तरह ही खेलना शुरू कर दिया, लेकिन यह सब घर के लोगों को कुछ समय बाद ठीक नहीं लगा। मैं खुद अपने लड़की वाले शरीर से खुश नहीं थी। एक बार यूट्यूब पर आर्यन पाशा को देखा। आर्यन लड़की से लड़का बने और फिर बॉडी बिल्डर बन गए। इसके बाद मैंने भी लड़का बनने का ठान लिया। 



तीन स्टेप में होती है सर्जरी
शिवाय सूर्यवंशी ने बताया कि जेंडर चेंज सर्जरी तीन स्टेप में होती है। उन्होंने बताया कि दिल्ली के ऑलमेक हॉस्पिटल में उन्होंने सर्जरी कराई है। डॉक्टर नरेंद्र कौशिक ने सर्जरी की है। पहली सर्जरी 2020 में हुई थी, जिसमें हारमॉस चेंज होते हैं। साथ ही वॉइस चेंज होती है व दाढ़ी आने लगती है। वहीं दूसरी सर्जरी में ब्रेस्ट रिमूव होता है और थर्ड सर्जरी में बॉटम पार्ट की सर्जरी होती है। हर सर्जरी के बाद तीन माह का आराम करना होता है। उन्होंने बताया कि अभी कुछ महीने पहले ही उनकी चौथी सर्जरी हुई थी, जिसमें स्किन टाइट करवाया गया है। इसके बाद आराम किया और अब पिछले एक सप्ताह से इंदौर में फिर से अपना जॉब शुरू कर दिया है। सर्जरी में लगभग 10 लाख रुपए खर्च हुआ है। शिवाय ने बताया वे पहले ही सर्जरी करना चाहते थे, लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से सर्जरी नहीं कर पाए। उन्होंने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत भी अब सर्जरी कराई जा सकती है।

सर्जरी कराकर खुश हूं
शिवाय सूर्यवंशी ने बताया कि सर्जरी करवाकर मैं बहुत खुश हूं। अब लगता है कि मुझे जो शरीर चाहिए था वह मिल गया है। अब जल्दी लड़की देख कर शादी करूंगा। शिवाय के परिवार में भी लोग खुश हैं। शिवाय के बड़े भाई कृष्णा सूर्यवंशी ने बताया कि पहले जरूर हमने इसका विरोध किया था, लेकिन बाद में पूरे परिवार ने सहयोग किया। कृष्णा ने बताया कि अब उन्हें एक भाई और मिल गया हैं। जिससे उन्हें काफी मदद मिल रही है। कृष्णा ने बताया कि वह पहले पांच भाई बहन थे। स्वाति सबसे छोटी बहन थी। अब स्वाति के शिवाय बनने से तीन बहन और दो भाई हो गए हैं।

बदल गए दस्तावेज
शिवाय के दस्तावेज पहले स्वाति नाम से थे सर्जरी के बाद उनके सभी दस्तावेज में भी नाम बदल चुका है। उन्होंने बताया कि सर्जरी करने के बाद कलेक्टर को इस संबंध में सूचना दी थी। कलेक्टर ने एक पत्र दिया था। इसकी सहायता से दस्तावेज में नाम चेंज हो गया है। शिवाय ने बताया कि अब उन्होंने ऐसे लोगों को जो जेंडर चेंज सर्जरी करना चाहते हैं, उन्हें जागरूक करना शुरू कर दिया है। शिवाय एमपी वाला चैनल बनाया है। लोग इस संबंध में पूछताछ करते हैं। शिवाय ने बताया कि अधिकांश लोग लड़का से लड़की बनना पसंद करते हैं।

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