बता दे कि यदि हम यहां मूलभूत सुविधाओं के बारे में आत करे तो यह के हालात बद से बत्तर नजर आ रहे है साथ नियमित कक्षाओं के न लगने से कॉलेज के छात्र-छात्राओं का भविष्य खतरे में दिखाई दे रहा हैै इसके अलावा पूरे परिसर में ही गंदगी का माहौल निर्मित रहता है जहां नियमित साफ-सफाई ना होने से भी कॉलेज के हालात बदतर बने रहते है जिन्हें दूर करने के लिए प्रबंधन के द्वारा कोई उचित कदम नहीं उठाया जाता कारण जब पता चला तो बताया गया कि यहां मौजूदा प्रभारी प्राचार्य अपनी मनमानी बदस्तूर जारी बनाए हुए है साथ ही लंबे समय से यह खेल जारी है इस ओर न किसी जनप्रतिनिधि का ध्यान जाता है और न किसी प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान है।
छात्रों का कहना है कि - हम करें भी तो क्या हमारे महाविद्यालय में एक नहीं दो - दो प्राचार्य है और दोनो के बीच की जंग में हमारे भविष्य के साथ खिलबाड़ किया जा रहा है न तो समय पर क्लास लगती है और न ही महाविद्यालय में साफ सफाई दिखाई देती है यह तक की पानी तक की व्यवस्था सही से नहीं है क्लास में जाओ तो ऐसा लगता है कि मानों यह विल्डिंग अभी जरजराकर गिर जायेगी क्योंकि काफी लम्बे समय से उक्त विल्डिंग की मरम्मत के नाम पर फंड तो आता है परन्तु कार्य आज तक नहीं कराया जाता।