इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन बापिस लेने के बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री यादव के समक्ष रामनिवास रावत थामेंगे कमल का फूल - Shivpuri



शिवपुरी - सोमवार को इंदौर में नामांकन फार्म बापसी के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी द्वारा अपनी उम्मीदवारी का नामांकन फार्म बापिस लेने के बाद मंत्री कैलाश विजयर्गीय के साथ इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी रहे बम विजयर्गीय के साथ कार में नजर आये प्रदेश कांग्रेस अभी इंदौर उम्मीदवार के नामांकन फार्म बापसी से उभरती इसी बीच श्योपुर जिले के विजयपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक रामनिवास रावत के मंगलवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव के श्योपुर आगमन के दौरान में भाजपा में शामिल होने की खबर से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पटवारी को भाजपा ने लगातार दो दिनों में दो विकेट गिराकर डवल झटका देने का कार्य किया जा रहा है।  


लोकसभा चुनाव 2024 के बीच कांग्रेस को झटके लगना बंद नहीं हो रहे हैं इंदौर से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम के बीजेपी में शामिल होने के बाद अब एक और झटका लगने जा रहा है कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं रावत मंगलवार को सीएम मोहन यादव  और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के समक्ष बीजेपी की सदस्यता लेंगे रामनिवास रावत श्योपुर जिले की विजयपुर सीट से 6 बार के विधायक हैं।


पीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष रहे हैं रावत - रामनिवास रावत श्योपुर जिले की विजयपुर सीट से कांग्रेस के विधायक हैं वे अब तक 6वीं बार के विधायक हैं और बड़े ओबीसी नेता माने जाते हैं रामनिवास रावत मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने रामनिवास रावत के बीजेपी में शामिल होने की पुष्टि की है।


सिकरवार को टिकट देने से नाराज - बताया जा रहा है कि रामनिवास रावत मुरैना लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार नीटू को टिकट दे दिया इसके बाद वे कांग्रेस से नाराज हो गए थे 25 अप्रैल को पीएम नरेंद्र मोदी के मुरैना दौरे के वक्त उनके बीजेपी में शामिल होने की खबरें आने लगीं इसके बाद आनन-फानन में राहुल गांधी ने उनसे टेलीफोनिक चर्चा की थी राहुल के आश्वासन पर कहा गया कि वे मान गए हैं और बीजेपी में शामिल नहीं होंगे। 


पीएम मोदी के प्रोग्राम में इसलिए नहीं हो पाए थे शामिल - रामनिवास रावत 25 अप्रैल को मुरैना में पीएम मोदी की जनसभा के दौरान बीजेपी में शामिल होने वाले थे। सूत्रों की मानें तो रामनिवास रावत ने बीजेपी नेताओं के सामने यह शर्त रखी थी कि अमित शाह से उनकी मीटिंग या बातचीत कराई जाए। लेकिन, अमित शाह से उनकी चर्चा नहीं हो पाई थी। इसके चलते उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन नहीं की थी।


राज्य सरकार में बन सकते हैं मंत्री - मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रामनिवास रावत को लोकसभा चुनाव के बाद मप्र की मोहन कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। रामनिवास रावत केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया  के करीबी माने जाते हैं हाल ही में उन्हें सिंधिया ने भी भरपूर सम्मान देने का भरोसा दिया है।

Post a Comment

Previous Post Next Post

संपर्क फ़ॉर्म