कोलारस परगने में राजनैतिक लम्बी पारी खेलने वाले पांच दिग्गज नेताओं को जनता से जुड़ाव का अभी तक मिलता रहा है लाभ - Kolaras



मुख्य पदों पर काबिज प्रमुख पांच नेता  :- 

हरीश भार्गव, देवेन्द्र शर्मा, शीलकुमार यादव, रोहित वैष्णव कोलारस - राजनिति में कोई भी पद पर लगातार बने रहने के लिये जनता का विश्वास जीतना पड़ता है क्योंकि चुनाव में जाना और जीतकर पांच वर्ष बाद पुनः चुनाव जीतना कोई आसान काम नहीं है लम्बे समय एक ही पद पर यदि कोई व्यक्ति लगातार चुनाव जीत रहा है या काबिज है तो उसके पीछे एक नहीं बल्कि कई कारण होते है राजनिति में साम, दाम, दण्ड, भेद में जो व्यक्ति निपुण होता है वही व्यक्ति लम्बे समय राजनिति में टिक पाता है क्योंकि संगठन के पद अनुकम्पा यानि की आशीर्वाद से भी प्राप्त किये जा सकते है किन्तु जनता के बीच पहुंचना और चुनाव जीतकर लम्बे समय एक ही पद पर लगातार राजनिति करते हुये चुनाव जीतना कोई आसान काम नहीं है इसके लिये जनता का विश्वास, आशीर्वाद के साथ - साथ जनता के लिये समय एवं विकास सभी पर ध्यान केन्द्रीत करना पड़ता है तब जाकर कोई व्यक्ति एक ही पद पर लम्बे समय राजनिति यानि की टिक पाता है कोलारस विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो विधायक से लेकर राजनिति के मुख्य चार पदों पर काबिज कोलारस विधानसभा क्षेत्र के प्रमुख चार नेताओं के कार्यकाल पर ध्यान दिया जाये तो लम्बे समय राजनिति में टिके रहने का क्या है कारण और कब से कब तक रहे मौजूद वह इस प्रकार है :- 


महेन्द्र यादव विधायक कोलारस - कोलारस विधानसभा क्षेत्र की हम बात करें तो कोलारस विधानसभा सामान्य होने के बाद से महल यानि की सिंधिया के करीबी होने के कारण महेन्द्र - रामसिंह यादव को पूर्व में कांग्रेस तथा वर्तमान में भाजपा से सिंधिया परिवार की सिफारिस पर टिकिट मिलता रहा है महेन्द्र - रामसिंह यादव पिता-पुत्र की बात करें तो सामान्य सीट होने के बाद पहला चुनाव उनके पिता कुछ सैंकड़ा मामूली मतो से चुनाव हारे, दूसरा चुनाव उनके पिता करीब 25 हजार मतों से जीते पिता के निधन के बाद महेन्द्र यादव उप चुनाव में जनता के बीच आये और जनता ने 7 हजार से भी अधिक मतों से उन्हें जीत दिलाई, चौथे चुनाव में वह कुछ सैंकड़ा मतों से चुनाव हार गये और पांचवी बार के विधानसभा चुनाव में उन्होंने 50 हजार से भी अधिक मतों से चुनाव जीतकर विधायकी का पद प्राप्त किया कुल मिलाकर महेन्द्र यादव परिवार 5 बार चुनाव मैदान में उतरा जिसमें 02 बार मामूली मतों से शिकस्त झेलनी पड़ी जबकी तीन बार हजारों बोटो से जीत प्राप्त करने में सफल रहे जनता के बीच रहना, निरंतर सम्पर्क एवं शांत स्वभाव का महेन्द्र यादव को लाभ अभी तक प्राप्त हुआ देखना है आने वाले 06वें विधानसभा के चुनाव मेें वह अपनी छवि जनता के बीच बरकरार रखने में कहां तक कामयाव हो पाते है। 

रविन्द्र शिवहरे कार्यवाहक अध्यक्ष नगर परिषद कोलारस - कोलारस नगर परिषद अध्यक्ष पद ओबीसी वर्ग के लिये आरक्षण होने पर रविन्द्र शिवहरे अध्यक्ष पद के लिये चुनाव मैदान में उतरे और जीत दर्ज की जिसके बाद अध्यक्ष पद के चुनाव में अध्यक्ष पद सामान्य महिला वर्ग के लिये अनारक्षित होने पर वह अपनी पत्नि को दूसरी बार भी अध्यक्ष बनाने में कामयाब हुये उसके बाद अध्यक्ष पद सामान्य पद के लिये आरक्षण मुक्त हुआ किन्तु जनता के बीच निरंतर सम्पर्क का शिवहरे को लगातार तीसरी बार भी विजयश्री के रूप में जनता का आशीर्वाद मिला, चौथी बार के नगर परिषद अध्यक्ष के चुनावों में वह अपने परिवार के भतीजे की वहु को पार्षदों द्वारा अध्यक्ष का चुनाव जीताने के साथ लगातार चौथी बार कोलारस नगर परिषद अध्यक्ष के कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में स्वयं पूरा कार्य देख रहे है कोलारस नगर परिषद पर स्व. चिंतामणी जैन परिवार के बाद लगातार चार बार शिवहरे परिवार को नगर परिषद अध्यक्ष तक पहुंचाने में कामयाव रहे है नगर के लोग भले ही 05 वर्ष तक शिवहरे पर अनेक आरोप लगाते रहे हो किन्तु चुनाव के दौरान वह विरोधियों को मात देने में कामयाव हुये है लोग 05बी बार भी उन्हीं के नेतृत्व में नगर परिषद अध्यक्ष बनने की बात राजनैतिक लोग कर रहें है। 

भरत सिंह चौहान जनपद पंचायत अध्यक्ष कोलारस - भरत सिंह चौहान वर्तमान में कोलारस जनपद पंचायत के अध्यक्ष है वह कैलाशवासी माधवराव सिंधिया के समय से महल से जुडे रहे है महल के करीबी होने के साथ-साथ जनता से जुड़ाव का उन्हें तीन बार लाभ भी प्राप्त हुआ है सबसे पहले वह मंडी अध्यक्ष का चुनाव जनता द्वारा जीतकर मंड़ी अध्यक्ष बने उसके बाद अपने पुत्र लालू चौहान को जनपद सदस्य का चुनाव जीताकर सदस्यों द्वारा लालू चौहान को उपाध्यक्ष बनाने में कामयाव हुये उसके बाद वीते वर्ष सम्पन्न हुये जनपद के चुनावों में वह स्वयं जनपद सदस्य बनकर जनपद सदस्यों द्वारा जनपद अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचे जनपद अध्यक्ष भरत सिंह चौहान के परिवार को लगातार तीन बार राजनिति में बड़े पद प्राप्त हुये आने वाले समय में यदि वह स्वयं मैदान में रहे तो उन्हें आगे भी मौका मिल सकता है क्योंकि उनके पुत्र राजनिति में अपनी पहचान बनाने में अभी तक सफल नहीं हो पाये है। 

रामवीर सिंह यादव कार्यवाहक अध्यक्ष जनपद पंचायत बदरवास - रामवीर सिंह यादव वर्तमान में अपने सहयोगी को जनपद अध्यक्ष का चुनाव जीताकर स्वयं कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में बदरवास जनपद में काबिज है उससे पूर्व उनके पिताजी जनपद अध्यक्ष रह चुके है तथा वह स्वयं भी जनपद उपाध्यक्ष रह चुके है महल के करीबी होने के नाते उन्हें संगठन से लेकर जनप्रतिनिधि के रूप में अनेक पद प्राप्त हो चुके है वर्तमान में बदरवास जनपद पंचायत क्षेत्र की राजनिति स्वयं रामवीर सिंह यादव कर रहे है राजनैतिक लोगो की माने तो जनता से मतबूत पकड़ एवं महल के करीबी होने के कारण उन्हें आने वाले समय में और भी पदों पर राजनैतिक लाभ मिल सकता है। 

भूपेन्द्र सिंह यादव उपाध्यक्ष नगर परिषद बदरवास - बदरवास नगर परिषद के गठन से लेकर वर्तमान समय तक भूपेन्द्र उर्फ भोले यादव-स्व. लाल साहब यादव  का बदरवास नगर परिषद पर 1984 से लेकर अभी तक करीब 40 वर्षो से पिता-पुत्र अथवा अपने करीबी को अध्यक्ष बनाकर स्वयं नगर परिषद बदरवास का बीते 40 वर्षो से संचालन कर रहे है 1984 से 1999 तक लाल साहब जी 1999 लालजी राम परिहार 2004 तक 2004 से प्रयाग बाई परिहार से 2008 तक 2008 से बर्दी परिहार से 2012 तक 2012 से प्रयाग बाई परिहार 2017 - 2018 से बर्दी परिहार 2022 - 2023 से प्रयाग बाई परिहार वर्तमान में अध्यक्ष पद पर काबिज है और कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में भूपेन्द्र उर्फ भोले यादव नगर परिषद बदरवास का संचालन कर रहें है महल के साथ बदरवास नगर की जनता से जुड़ाव का यादव परिवार को अभी तक बदरवास नगर परिषद 40 वर्षो से संचालन करने का लाभ मिला है आने वाले समय में भी जनता से जुड़ाव के चलते राजनैतिक पद मिलने की बात लोगो द्वारा कही जा रही है। 

 


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