पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाने के बाद भी क्यों नहीं होती थी कार्रवाई
आदिवासी दिवस की पूर्व संध्या दुर्व्यवहारी एएसआई प्रकाश कौरव को पुलिस विभाग के जाँच अधिकारी का था खुला संरक्षण था प्राप्त
खनियाधाना - मध्यप्रदेश के मुखिया मोहन यादव पूरे प्रदेश में जीरो टोलेंस पर दागी पुलिस अफसरों पर कार्यवाही करने में लगी हुई है वही शिवपुरी जिले के खनियाधाना थाना अंतर्गत इलाके में यह रीति नीति सीएम की धराशाई होती दिखाई दे रही थी पुलिस की छवि धूमिल करने वाले खनियाधाना थाने में पदस्थ बीट प्रभारी प्रकाश कौरव किस बखौफ तरीके से खनियाधाना थाना मे हिटलर सही तरीके से आम जनता को आए दिन प्रताड़ित किया जा रहा था विश्व आदिवासी दिवस की पूर्व संध्या पर शिवपुरी पुलिस अधीक्षक द्वारा दुर्व्यवहारी एएसआई प्रकाश कौरव को निलंबित कर उसके विरुद्ध विभागीय जांच संस्थित करने के आदेश दिये है खनियाधाना थाना अंतर्गत इलाके में यह पुलिस विभाग की जीरो टॉलरेंस नीति धराशाई होती दिखाई दे रही थी!
खनियाधाना थाना मे एएसआई प्रकाश कौरव को पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का इतना संरक्षण प्राप्त था की अगर कोई पुलिस वाला सिपाही थाना प्रभारी भी विरोध करेगा तो उसे थाने से हटा दिया जाता था एवं क्षेत्र के किसी भी व्यक्ति द्वारा उनकी शिकायत करने पर उसके ऊपर फर्जी मामले दर्ज कर जेल भेज दिया जाता था। रोजाना पिछोर मे खुलेआम एएसआई प्रकाश कौरव द्वारा लाखों रुपए की वसूली वरिष्ठ अधिकारियों के नाम से की जा रही थी पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह भदोरिया के आदेश के बाद भी एसपी के आदेश भी खनियाधाना थाने में भी बेअसर प्रतीत हो रहे थे आखिर किसके द्वारा इनका संरक्षण दिया जा रहा यह बात जांच का विषय होकर से शिवपुरी पुलिस पर सवालिया निशान लगा रही है!