लोकमाता अहिल्याबाई त्रिजन्म शताब्दी वर्ष समारोह के तहत सरस्वती शिशु मंदिर गौशाला में हुआ कार्यक्रम
अशोक नगर - स्थानीय सरस्वती शिशु/विद्या मंदिर (हाई स्कूल) गौशाला मार्ग, अशोकनगर में लोक माता देवी अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी जन्मोत्सव मनाया गया इस अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें पं. कैलाशपति मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए।
पं.कैलाशपति द्वारा लोकमाता देवी अहिल्याबाई जी के द्वारा किए जनकल्याण, महिला सशक्तिकरण के कार्यों का उल्लेख किया जिसमें उन्होंने देवी अहिल्याबाई द्वारा काशी विश्वनाथ से लेकर रामेश्वरम तक मंदिरों के निर्माण कार्य एवं जीर्णोद्धार के कार्यों के विषय में विस्तार से बताया।
साथ ही लोकहित में कुआ, बावड़ी आदि के निर्माण कार्यों का भी उल्लेख किया इस अवसर पर एक कथा के माध्यम से बताया कि लोकमाता अहिल्याबाई की प्रसिद्ध से चिंतित होकर एक राजा ने उनके राज्य पर आक्रमण करने का विचार किया, इसके प्रत्युत्तर में देवी अहिल्याबाई द्वारा राजा को संदेश भेजा गया कि आप आक्रमण के लिए आमंत्रित हैं परंतु आपको युद्ध के लिए महिलाओं से सामना करना होगा जिससे आपकी पराजय होगी तो लोकनिंदा का कारण बनेगी।
लोकमाता अहिल्याबाई ने पाक कला से लेकर युद्ध कला जैसी 18 विधाओं के कौशल हेतू स्वयं एवं महिलाओं को उद्धार हेतु प्रशिक्षित किया उनके इन्हें सब सब कार्यों के कारण लोक माता के रूप में ख्याति प्राप्त हुई।
कार्यक्रम में विद्यालय के सचिव राममूर्ति चौधरी ने भी अपना मार्गदर्शन प्रदान किया साथ ही कार्यक्रम की भूमिका विद्यालय के प्राचार्य पवन कुमार दुबे जी द्वारा रखी गई।
कार्यक्रम में श्रीमती संध्या चतुर्वेदी, रविंद्र चतुर्वेदी, अजब सिंह, राजकुमार शर्मा, सुमित लोधी, मेघा मांडरे, उर्मिला लोधी, रेणु भटनागर, श्रीमती नीतू शर्मा, श्रीमती प्रीति चतुर्वेदी, श्रीमती ममता शिल्पकार, राजेश श्रीवास्तव सहित समस्त विद्यालय परिवार भैया/ बहन आदि उपस्थित रहे।