कटाक्ष-कोलारस में नेता नहीं है या जनता, विधानसभा मुख्यालय होने के बाद भी कोलारस से दोगुनी ट्रेन रूकती है तहसील बदरवास में, कोलारस में स्टॉपेज नहीं तो स्टेशन बंद कर देना चाहिये - Kolaras



कोलारस - कोलारस कहने को विधानसभा मुख्यालय है जोकि ग्वालियर एवं गुना के बीच शिवपुरी के बाद दूसरा विधानसभा मुख्यालय है कोलारस विधानसभा मुख्यालय से लाखों की संख्या में लोग जुड़े हुये है किन्तु धरातल पर आकर देखा जाये तो सुविधाओं से लेकर विकास के मामले में कोलारस खतौरा से भी गया बीता नजर आता है खतौरा में जहां कई वर्ष पूर्व खेल का मैदान बन चुका है वहीं कोलारस के बच्चे देश को आजाद होने के बाद से खेल मैदान का इंतजार कर रहे है और प्रशासन खेल मैदान के लिये अभी जमीन डूढने में लगा हुआ है खेल मैदान से हटकर यदि रेल सुविधाओं के बारे में बात करे तो बदरवास में रेल रोको संघर्ष समिति ने कोलारस से करीब दोगुनी संख्या में बदरवास में ट्रेन का स्टॉपेज कराने में सफलता प्राप्त की है जबकि कोलारस विधानसभा मुख्यालय होने के बाद भी रेल स्टॉपेज के मामले में बदरवास से काफी पीछे दिखाई देता है समझ में नही आता है कि रेल विभाग को क्या कोलारस की जनता या विधानसभा मुख्यालय दिखाई नहीं देता या फिर कोलारस में नेताओ का अभाव है।


कोलारस शासन के आंकड़ों में विधानसभा मुख्यालय है यहां केवल और केवल एक मात्र भाजपा नेता कुलदीप धाकड़ दिखाई देता है जोकि कोलारस में ट्रेन स्टॉपेज के लिये कई बार सोशल मीडिया के माध्यम से कोलारस में ट्रेन स्टॉपेज की मांग कर चुके है जबकि कोलारस विधानसभा मुख्यालय में कई दर्जन जनप्रतिनिधि एवं नेता तथा लाखों की संख्या में मतदाता कोलारस विधानसभा क्षेत्र में आते है किन्तु रेल विभाग को शायद यह दिखाई नहीं देते अथवा बदरवास में रेल रोको संघर्ष समिति के आगे कोलारस के नेता कमजोर दिखाई देते है उसका परिणाम सामने है कि कोलारस की तुलना में मंगलवार तक बदरवास में ट्रेन स्टॉपेज की संख्या दोगुनी तक जा पहुंची है जहां तक कोलारस की शिवपुरी से नजदीकी का सबाल है तो आगरा एवं राजाकी मंडी दोनो स्टेशनों में 10 किमी का फांसला है उसके बाद भी दोनो स्टेशनों पर लगभग अधिकांश टेªने रूकती है इसी तरह अशोकनगर एवं मुंगावली स्टेशन भी काफी नजदीक है डवरा एवं दतिया स्टेशन भी शिवपुरी एवं कोलारस की तरह नजदीक है किन्तु कोलारस को छोड़कर इन तीनों स्टेशनों पर लगभग अधिकांश टेªने रूकती है किन्तु कोलारस से होकर गुजरने वाली 75 प्रतिशत ट्रेने नहीं रूकती यदि रेल्वे विभाग शिवपुरी से कोलारस नजदीकी के चलते स्टॉपेज नहीं दे सकता तो कोलारस रेलवे स्टेशन को बंद कर देना चाहिये अथवा बदरवास में रेल रोको संघर्ष समिति की तरह कोलारस के व्यस्त जनतिनिधि अथवा नेताओं को जागना चाहिये जिससे कोलारस की तुलना खतौरा एवं बदरवास के बाद होने की स्थिति न पैदा हो पाये।                                                                                                                                                                 


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