सागर शर्मा शिवपुरी - आनंद विभाग के आनंदम अल्पविराम परिचय कार्यशाला का आयोजन सर्किल जेल शिवपुरी में गत दिवस किया गया।
कार्यक्रम का प्रारंभ "हमको मन की शक्ति देना मन विजय करें" प्रेरक प्रार्थना गीत से की। आनंद विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में बंदी भाइयों को बताया गया "स्वयं से स्वयं की मुलाकात" सत्र के अंतर्गत अपने अंतर्मन में चल रही कल्पनाशीलता का परिचय कुछ देर शांत और मौन बैठकर कराया गया लंबी और गहरी सांसों के माध्यम से "स्व जागरूकता" का प्रयोग कराया।
कार्यशाला का आयोजन जेल परिसर के खुले वातावरण में किया गया जिससे बंदी भाइयों को प्रकृति से सीधा साक्षात्कार हुआ सहज स्वाभाविक आती जाती श्वसन क्रिया के माध्यम से स्वयं के अस्तित्व का बोध कराया गया।
आनंदम शाखा के जिला समन्वयक एवं सहायक नोडल अधिकारी अभय कुमार जैन द्वारा स्वयं के जीवन की कहानी के माध्यम से अंतर्मन की पीड़ा को कैसे सकारात्मक भावों एवं विचारों के द्वारा शांत करके स्वयं के जीवन को सरल एवं स्वाभाविक बनाया जाए बंदी भाइयों को अंतरात्मा की आवाज के महत्व के बारे में जानकारी दी गई और उनको प्रातः के समय दो प्रश्नों की सूची बनाने के लिए प्रेरित किया गया जिसमें उनके द्वारा बचपन से अभी तक किन-किन लोगों ने उनको कष्ट दिया एवं उन्होंने किन-किन लोगों को कष्ट दिया इसके बाद शांत समय की शक्ति के महत्व को बंदी भाइयों के बीच बताया गया कि हमारे स्वयं के अंदर पावर ऑफ साइलेंस किस प्रकार कार्य करता है माफ करने और माफी मांगने की ताकत को प्रकृति की ताकत बताया गया। कार्यक्रम का समापन" जिंदगी एक सफर है सुहाना यहां कल क्या हो किसने जाना" फिल्मी गीत के माध्यम से सभी बंदी भाइयों द्वारा नृत्य करते हुए किया।
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