कोलारस विधानसभा चुनाव में जीत की चावी धाकड़ समाज के पास - Kolaras



कोलारस - कोलारस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा, कांग्रेस एवं बसपा तीनों ही दलों से ओबीसी चेहरा चुनाव मैदान में अपनी - अपनी किस्मत अजमा रहे है कोलारस विधानसभा में जागरूक समाज में आने वाले यादव एवं किरार समाज बहुसंख्या में मौजूद है चूकि यादव समाज से दो उम्मीदवार मैदान में है और किरार समाज से एक उम्मीदवार ऐसे में किरार समाज का बड़ी संख्या में बोट बैंक निर्णायक भूमिका निभा सकता है क्योंकि किरार समाज का झुकाब अभी तक भाजपा के साथ रहा है किन्तु इस बार किरार समाज से ही उम्मीदवार चुनाव मैदान में मौजूद है ऐसे में किरार समाज का बोट किस ओर जाता है यह देखने वाली बात होगी किरार समाज का 50 प्रतिशत से अधिक बोट जिस प्रत्याशी के साथ जायेगा वह चुनाव मैदान में मजबूत दिखाई देगा।

कोलारस विधानसभा क्षेत्र से पहली बार भाजपा एवं कांग्रेस ने एक ही समाज यानि की यादव समाज से ससुर-दामाद को चुनाव मैदान में उतार दिया है इसके चलते यादव समाज का बोट दो भागों में बट सकता है अन्य समाज का बोट प्रत्याशी अपनी अपनी ओर हर सम्भव कोशिश करके अपनी ओर खीचने का प्रयास करेंगें कोलारस विधानसभा क्षेत्र में किरार समाज का बोट बैंक ही अच्छी खासी तादात में मौजूद है किरार समाज का बोट विधानसभा के चुनावों में मुख्यमंत्री के नाम भाजपा की ओर कई विधानसभा चुनावों में जाता रहा है इस बार बसपा ने किरार समाज के बोट को अपनी ओर लाने के लिये किरार समाज से उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारा है जिस प्रकार से यादव समाज का बोट बटता हुआ दिखाई दे रहा है उसी प्रकार किरार समाज का बोट भाजपा एवं बसपा के बीच बटता है अथवा 50 प्रतिशत से भी अधिक बोट भाजपा या बसपा को मिलता है तो किरार समाज के निर्णायक बहुसंख्यक बोट से वह प्रत्याशी चुनाव मैदान में मजबूत दिखाई देगा कुल मिलाकर भाजपा एवं बसपा प्रत्याशियों के लिये किरार समाज का बोट बैंक निर्णायक की भूमिका में कोलारस विधानसभा में पोहरी की तरह दिखाई दे रहा है। 


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