शासकीय सी एम राइज विद्यालय बदरवास के विद्यार्थियों ने किया ऐतिहासिक नगरी चंदेरी का भ्रमण - Badarwas


देवेन्द्र शर्मा बदरवास - शासकीय सीएम राइज विद्यालय बदरवास के सैकड़ो विद्यार्थियों ने अपने शिक्षकों के साथ ऐतिहासिक नगरी चंदेरी का भ्रमण किया और चंदेरी नगर से जुड़ी अनेक आश्चर्यजनक घटनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने आनंदपुर धाम, कोशक महल, चंदेरी किला, मां जागेश्वरी मन्दिर, खूनी दरवाजा, कटी घाटी, बत्तीसी बावड़ी, बैजू बावरा स्मारक, चंदेरी साड़ियां, चंदेरी संग्रहालय आदि को देखा ।


विद्यार्थियों का दल जब कोशक महल का भ्रमण करने के बाद चारों ओर से जंगलों से घिरे, पहाड़ियों पर स्थित चंदेरी किले में पहुंचा, तो चंदेरी के केले में स्थित महलों, दीवारों, स्मारकों, कुआं बावडी आदि को देखकर विद्यार्थियों का मन आश्चर्य, उत्साह और आनंद से भर गया ।

विद्यार्थियों ने किले के ऊपर से चंदेरी नगर का मनमोहक नजारा भी देखा - 

इसी दौरान शिक्षक देवेंद्र भारती ने विद्यार्थियों को चंदेरी किले के लिए, मुगल शासक बाबर और राजपूत शासक मेदनी राय के मध्य हुए ऐतिहासिक युद्ध की कहानी सुनाई और बताया कि कैसे बाबर ने युद्ध जीतने के लिए एक ही रात में पहाड़ को काटवाकर किले तक पहुंचने के लिए रास्ता बनवाया था, जिसे आज "कटी घाटी" के नाम से जाना जाता है |


किले में भ्रमण के बाद भ्रमण दल मां जागेश्वरी के दर्शन करने के लिए जागेश्वरी मंदिर पहुंचा - 

विद्यालय की प्राचार्य महेंद्र गुप्ता ने जागेश्वरी मंदिर के रास्ते में स्थित प्राचीन पत्थरों के बीच से जीवाश्म अवशेषों और फॉसिल को ढूंढकर प्रत्यक्ष रूप से विद्यार्थियों को दिखाया और बताया कि कैसे पत्थरों के बीच हजारों वर्षों में ताप और दाब की फलस्वरुप जीवाश्म का निर्माण होता है तथा कैसे वैज्ञानिक पत्थरों की प्राचीनता का पता लगाते हैं ।

मंदिर में दर्शन करने के बाद भ्रमण दल चंदेरी संग्रहालय में पहुंचा और संग्रहालय में चंदेरी के इतिहास से जुड़ी प्राचीन मूर्तियों, हत्यारों, मुद्राओं, लिपियों आदि को देखा और चंदेरी के इतिहास की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की भ्रमण के दौरान सभी विद्यार्थी बहुत प्रसन्न और उत्साहित नजर आए।

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