माता ही निर्माता है भारत भाग्य विधाता है :- डॉक्टर अनुराधा केपी सिंह यादव - Ashok Nagar



विश्वमांगल्य सभा का मकर संक्रांति स्नेह मिलन व हल्दी कुमकुम कार्यक्रम संपन्न

सेवाभारती की 30 कन्याओं के भरण पोषण का लिया उत्तरदायित्व



विश्वमांगल्य सभा की लोक प्रतिनिधि परिवार संपर्क विभाग की गुना इकाई द्वारा सेवा भारती परिसर में विगत दिवस विशाल मकर संक्रांति स्नेह सम्मेलन एवं हल्दी-कुमकुम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्याओं में मातृशक्ति ने सहभागिता की।

इस अवसर पर मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष श्रीमती माया नारोलिया, विश्वमांगल्य सभा लोक प्रतिनिधि परिवार संपर्क विभाग उत्तर भारत की संयोजिका डॉक्टर अनुराधा केपी सिंह यादव उपस्थित रही इस अवसर पर श्रीमती डॉ अनुराधा केपी यादव ने कहा कि माता ही हमारे अच्छे जीवन की निर्माता होती है।

वही देश का भाग्य निर्माण करती हैं। एक आदर्श माँ एक आदर्श संतान और आदर्श नागरिक का निर्माण कर सकती है,विश्व मांगल्यसभा आदर्श मां के निर्माण हेतु जन जागरूकता के साथ साथ  समाज में कार्य कर रहीं है। कार्यक्रम के दौरान दुर्गा वाहिनी द्वारा साहसिक शारीरिक व सांस्कृतिक प्रदर्शन भी किए गए। जिसमें अखाड़ा प्रदर्शन के दौरान तलवारबाजी आदि कार्यक्रमों का प्रस्तुतीकरण किया गया।इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किये गए।

इस अवसर पर सेवा भारती की समस्त कार्यकर्ता भी उपस्थित रही इस अवसर पर गुना भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष राजेश राजपूत,अशोक नगर महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष ज्ञानेश्वरी सक्सेना,प्रांत संयोजिका नैना शर्मा,अनुसूया रघुवंशी उपस्थिति रही। मंच का सफल संचालन श्रीमती आशा रघुवंशी तथा श्रीमती क्षितिजा द्वारा किया गया।

सेवा भारती की 30 कन्याओं को लिया गोद

इस अवसर पर सेवा भारती छात्रावास में रहकर अध्ययन करने वाली ऐसी 30 कन्याओं को गोद लिया गया जिसमें प्रत्येक कन्या का सालाना व्यय ₹21000 होता है। इस अवसर पर श्रीमती अनुराधा केपी सिंह यादव तथा मनु सिंह पाड़ोन द्वारा पांच-पांच, मनोहर शर्मा द्वारा तीन व राजाराम शिंदे,श्रीमती रेखा बाई अहिरवार,श्रीमती रमादेवी धाकरे, श्रीमती दीपा सिंह राजपूत,श्रीमती हेमा सिंह राजपूत,विवेक सिंघल(दीपक इण्डेन),श्रीमती अनुसूइया रघुवंशी,डॉ० श्वेता अरोरा,श्याम गर्ग,श्रीमती कृष्णा अग्रवाल, श्रीमती निक्की बहन,श्रीमती लक्ष्मी शर्मा ने भी एक-एक कन्या के भरण पोषण की 1 वर्ष के लिए जिम्मेदारी ली है।इस तरह से समाजसेवियों द्वारा कुल 30 कन्याओं के भरण पोषण का एक वर्ष हेतु उत्तरदायित्व लिया गया ।

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