कोहली-रोहित के बाद जडेजा ने भी लिया टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास, कही दिल छू लेने वाली बात



भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने भी टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास की घोषणा कर दी है उन्होंने इसकी जानकारी इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए दी टी20 विश्व कप 2024 में रवींद्र जडेजा कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे वह गेंद और बल्ले से प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे थे।

विराट कोहली और रोहित शर्मा के बाद भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने भी टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास की घोषणा कर दी है उन्होंने इसकी जानकारी इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए दी हालांकि, वह भारत के लिए अन्य प्रारूपों में खेलते रहेंगे भारत ने शनिवार को बारबाडोस में दक्षिण अफ्रीका को सात रनों से हराकर टी20 विश्व कप 2024 के खिताब पर कब्जा जमाया।


जडेजा ने भी लिया संन्यास

जडेजा ने लिखा, "पूरे दिल से आभार जताते हुए मैं टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों को अलविदा कहता हूं गर्व से सरपट दौड़ने वाले एक दृढ़ घोड़े की तरह मैंने हमेशा अपने देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है और अन्य प्रारूपों में भी ऐसा करना जारी रखूंगा टी20 विश्व कप जीतना एक सपना सच होने जैसा था, मेरे टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर का एक शिखर यादों, उत्साह और अटूट समर्थन के लिए धन्यवाद जय हिंद।"



टी20 विश्व कप जीत के साथ भारतीय टीम से विदा हुए गुरू द्रविड़, देखें उनका कोचिंग करियर

टी20 विश्व कप 2024 जीतने के साथ ही मुख्य कोच के तौर पर भारतीय टीम के साथ राहुल द्रविड़ का कार्यकाल भी खत्म हो गया जब द्रविड़ कोच बने थे तो इस बात की काफी चर्चा हुई थी कि आधुनिक क्रिकेट में वह किस प्रकार कोचिंग करेंगे या फिर टी20 क्रिकेट में एक टेस्ट खिलाड़ी का कोच बनना कितना सही है, लेकिन आधुनिक क्रिकेट कोचिंग के भारी दबाव के बीच भी द्रविड़ ने गरिमा और शालीनता से कामयाबी तक के सफर की बानगी दी।

यह वही द्रविड़ हैं जो 2007 में वनडे विश्व कप में वेस्टइंडीज की जमीन पर ही भारत के पहले राउंड से बाहर होने के बाद रोए थे, लेकिन अब जब उन्होंने टीम इंडिया से विदाई ली तो उनकी आंखों में खुशी के आंसू थे गुरू द्रविड़ ने भारत को वेस्टइंडीज की जमीन पर ही चैंपियन बनाया।



विराट कोहली ने अपने 14 साल के लंबे अंतरराष्ट्रीय टी20 करियर में कुल छह बार टी20 विश्व कप में हिस्सा लिया। कोहली 2012, 2014, 2016, 2021, 2022 और 2024 टी20 विश्व कप में हिस्सा लिया कोहली 2014 में अपने दूसरे ही टी20 विश्व कप में विश्व विजेता बनने के करीब थे उस समय भी भारत इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा था, लेकिन टीम को फाइनल में श्रीलंका से हार मिली थी।


भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास लेने की घोषणा कर सभी को चौंका दिया था उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की खिताबी जीत के बाद कहा था कि यह उनका आखिरी टी20 विश्व कप है और वह टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास ले रहे हैं उनके एलान के कुछ देर बाद कप्तान रोहित शर्मा ने भी टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास की घोषणा कर दी थी कोहली ने कहा कि उनके करियर के लिए इससे अच्छी विदाई और कुछ नहीं हो सकती थी। 


छह टी20 विश्व कप में लिया हिस्सा

विराट कोहली ने अपने 14 साल के लंबे अंतरराष्ट्रीय टी20 करियर में कुल छह बार टी20 विश्व कप में हिस्सा लिया कोहली 2012, 2014, 2016, 2021, 2022 और 2024 टी20 विश्व कप में हिस्सा लिया कोहली 2014 में अपने दूसरे ही टी20 विश्व कप में विश्व विजेता बनने के करीब थे उस समय भी भारत इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा था, लेकिन टीम को फाइनल में श्रीलंका से हार मिली थी कोहली ने टी20 विश्व कप के 35 मैचों में कुल 1292 रन बनाए और इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 128.81 का रहा कोहली ने इस वैश्विक टूर्नामेंट में 15 अर्धशतक लगाए और उनका सर्वश्रेष्ठ निजी स्कोर नाबाद 89 रन रहा कोहली ने अंततः अपना अंतरराष्ट्रीय टी20 करियर विश्व विजेता बनकर समाप्त किया।


'अगली पीढ़ी को मौका देने का समय'

कोहली ने फाइनल मुकाबले में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 59 गेंदों पर छह चौकों और दो छक्कों की मदद से 76 रनों की पारी खेली थी कोहली को उनकी इस महत्वपूर्ण पारी की मदद से प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया था कोहली ने अवॉर्ड लेने के दौरान कहा था,  यह मेरा आखिरी टी20 विश्व कप था, हम यही हासिल करना चाहते थे। एक दिन आपको ऐसा महसूस होता है कि आप दौड़ नहीं सकते और ऐसा होता है, भगवान महान है बस अवसर, अभी नहीं तो कभी नहीं जैसी स्थिति थी भारत के लिए खेलते हुए यह मेरा आखिरी टी20 मैच था। हम उस कप को उठाना चाहते थे हां, मैं एक घोषणा कर रहा हूं और यह एक खुला रहस्य है ऐसा कुछ नहीं जिसकी मैं घोषणा नहीं करने वाला था, भले ही हम हार गए होते यह अगली पीढ़ी के लिए टी20 खेल को आगे ले जाने का समय है।

'खेल और मौके की इज्जत करके ही आगे बढ़ा जा सकता है'

कोहली ने टूर्नामेंट के आधिकारिक ब्रॉडकास्टर से बात करते हुए कहा, ईमानदारी से कहूं तो अवॉर्ड से ज्यादा अहमियत मुझे इस चीज की है जो मुझे आज दिखाया गया। आपको लगता है कि ये आप कर रहे हैं, लेकिन आपके साथ जब होता है तब पता चलता है कि आपके नियंत्रण में कुछ है ही नहीं। उस वक्त अपना सर नीचे करके, खेल और मौके की इज्जत करके ही आगे बढ़ा जा सकता है। इससे बड़ी सीख मेरे लिए अपने करियर के इस स्तर पर भी नहीं हो सकती थी। यह मेरा भारत के लिए आखिरी टी20 विश्व कप था मुझे लगता है कि समाप्त करने का यह सही समय है क्योंकि मैं इससे ज्यादा की मांग नहीं कर सकता था। 

'रोहित को कंधे पर उठाना चाहिए था'

उन्होंने कहा, इतने टूर्नामेंट में हम जाते हैं और दबाव के बीच खेलते हैं। लगातार कोशिश करना क्योंकि कई वर्षों से आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत पा रहे थे। ये पूरा सफर याद आ रहा है। 2013 में हम आखिरी बार चैंपियंस ट्रॉफी जीते थे। उसके बाद हम लगे रहे और सेमीफाइनल तथा फाइनल में भी पहुंचे। इस मैच को जीतने के बाद बहुत अभिभूत महसूस कर रहा हूं। मैंने सोचा नहीं था कि एक दिन ऐसा होगा। इस तरह का मैच होगा जहां एक बार के लिए उम्मीद टूट गई थी और फिर हमने वापसी की। मैं सभी के लिए काफी खुश हूं। रोहित का नौवां विश्व कप था और मुझे लगता है कि उन्हें कंधे पर उठाना चाहिए था। उन्होंने मुझसे ज्यादा विश्व कप खेले हैं। टीम में सभी जीत के हकदार थे और लंबे समय से इस जीत की कोशिश में थे।

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