सरकार की सख्ती के बाबजूद भी 50 प्रतिशत से भी अधिक कमीशन की कितावें बिकती खुलेआम
कोलारस - कोलारस नगर में एक दर्जन से अधिक प्राईवेट स्कूल संचालित है हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जून - जुलाई आते ही इन प्राईवेट स्कूल संचालकों की कमीशन खोरी की दुकानें संचालित हो जाती है बता दे कि सरकार की सख्ती के बाबजूद भी 50 प्रतिशत से भी अधिक कमीशन की कितावें बिकती दिखाई दे रही है खुलेआम कागज की कितावें ताम्बे के भाव खरीदने को मजबूर दिखाई दे रहे अभिभावक प्राईवेट स्कूल संचालकों द्वारा कमीशन की खुली निजी स्कूलों की दुकानें - कॉपी-किताव लेलो, बैंग लेलो, ड्रेस लेलो बता दे कि यह उनका फॉर्मूला वहीं तक लागू नहीं होता वल्कि शिक्षा के नाम पर शिक्षा देने के लिये ट्यूशन भी अलग से इन्हीं प्राईवेट स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों से लेलो इन तमाम परेशानियों के बाबजूत भी अभिभावक इन प्राईवेट स्कूलों में अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य को देखते है बता दे कि अभिभावकों के इसी सोंच को ध्यान में रखते हुये इन प्राईवेट स्कूल संचालकों द्वारा अभिभावकों को उनके बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के नाम पर अच्छी खासी मोटी कमाई करने के लिये अभिभावकों को कमीशन की दुकानों से ही स्कूल से संबंधित सामग्री लेने को मजबूर कर देते है।
बता दे कि कई अभिभावकों द्वारा इन प्राईवेट स्कूल संचालकों के खिलाफ शिकायत भी की गई परन्तु शिकायतों का कोई असर इन प्राईवेट स्कूल संचालकों पर दिखाई दिया सरकार द्वारा की गई सख्ती के बाबजूद भी प्राईवेट स्कूल संचालको द्वारा अपनी कमीशन की दुकानें सचालित की जा रही है जिम्मेदारों को इस ओर ध्यान देना चाहिये तथा उचित कार्यवाही करने की आवश्यकता है।