कोलारस - कोलारस परगने से होकर जीवन दायनी सिंध नदी गुजरती है जहां शिवराज सिंह की सरकार द्वारा तत्कालीन विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी के कार्यकाल में कई सीरिज स्टॉप डेम नदी में पानी को रोकने तथा कई गांवों में वाटर लेवल बढ़ाने के उद्देश्य से बनाये गये थे किन्तु रेत माफियाओं को लाभ देने के उद्देश्य से पिछले वर्ष सिंचाई विभाग द्वारा स्टॉप डेमों के गेट वारिश समाप्ति के बाद खोल दिये गये जिसके चलते होली के बाद जीवन दायनी सिंध नदी सूख गई जिसका असर कई गांवों से लेकर कोलारस - बदरवास तक पड़ा वारिश समाप्ति की ओर है सिंध नदी के स्टॉप डेमों के गेट यदि रेत माफियाओं को लाभ देने के लिये बंद नहीं किये गये तो इस बार भी पिछले वर्ष की तरह पानी की समस्या कई गांवों में पैदा हो सकती है।
वारिश का सत्र 01 जून से लेकर 30 सितम्बर तक रहता है वारिश का सत्र समाप्ति की ओर है ऐसे में सिंचाई विभाग को चाहिये की वह कोलारस परगने में बने स्टॉप डेमों के गेट बंद करें जिससे किसानों से लेकर आम लोगो को आगामी जून माह तक सफल एवं पीने के लिये पानी का वाटर लेवल बना रहे यदि समय रहते स्टॉप डेमों के गेट बंद नहीं किये गये तो सिंध नदी खाली होने से दीपावली बाद सूखने की कंगार पर जा पहुंचेगी जिसके चलते गेंहू एवं चना की फसल में किसानों को पानी की समस्या उत्पन्न हो सकती है सिंध नदी के स्टॉप डेम के गेट बंद न होने से कोलारस परगने में रेत माफिया सक्रिय है परगने में करीब आधा दर्जन से भी अधिक घाटों से प्रतिदिन हजारों ट्रॉली रेत का अवैध परिवहन हो रहा है।