20 घण्टे मैन रोड़ जाम, मक्का के भाव में गिराबट के साथ दो दिन परेशान होने के बाद बिकी किसानों की फसल, बदहाल ए कोलारस अनाज मंडी - Kolaras



कोलारस -  कोलारस अनाज मंडी फसलों की आवक के मामले में जिले की नम्बर एक अनाज मंडी मानी जाती है जिसका सबसे बड़ा कारण फसल की सही तोल एवं नगद भुगतान के चलते कोलारस अनाज मंडी में कोलारस ही नही बल्कि जिले भर के किसान अपनी फसल बेचने के लिये कोलारस अनाज मंडी दूरी के बाद भी आना पसंद करते है कोलारस अनाज मंडी में जहां सोमवार को अच्छी किस्म की मक्का का भाव 25 सौ रूपये तक रहा जिसके चलते मंगलवार को कोलारस अनाज मंडी में किसानों की आवक इतनी हो गई कि मंडी तो मंडी प्रशासन को व्यवस्था बनाने के लिये मंगलवार को आधा सैंकड़ा से भी अधिक ट्रॅालियों को कोलारस महाविद्यालय प्रांगण में भेजना पड़ा उसके बाद भी मंगलवार को किसानों की इतनी आवक हुई कि ट्रॉलियों की लाईन मंडी गेट से एक किमी दूर तक जा पहुंची जिसके चलते मंगलवार की शाम करीब 06 बजे से बुधवार की दोपहर 2 बजे तक करीब 20 घण्टे कोलारस से हाईवे को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग बंद होने के कारण कोलारस से होकर गुजरने वाली बसों, कार, लोडिंग बाहनों को कोलारस नगर की जगह वायपास से निकालना पड़ा।

कोलारस अनाज मंडी में सही तोल, तत्काल भुगतान, अच्छे भाव मिलने के लिये सैंकड़ों किसान मंगलवार की शाम कोलारस अनाज मंडी अपनी मक्का की फसल बेचने के लिये आये किन्तु दो दिन इंतजार के बाद भूके प्यासे किसानों को अच्छे किस्म की मक्का का भाव अधिकतम 25 सौ की जगह 22 सौ मिला जिसके चलते कई सैंकड़ा किसान अपनी ट्रॉलियों को शिवपुरी, लुकवासा, बदरवास बुधवार को बेचने के लिये जा पहुंचे 20 घण्टे लगे रहे जाम के बाद किसानों को भूके प्यासे रहने के साथ कम भाव मिला ही साथ ही किसानों की फसल कोलारस महाविद्यालय प्रांगण में नीलाम हुई और फसल की आवक अधिक होने से धर्म कांटे पर नम्बर आने के बाद भी फसल की तोल हो सकी कोलारस कृषि उपज मंडी भले ही व्यापारियों की मेहनत से आवक के मामले में जिले की सबसे बड़ी मंडी मानी जाती है किन्तु मंडी प्रबंधन किसानों को सुविधा देने के मामले में सबसे पीछे है किसानों का आरोप है कि उनके द्वारा किसान रेस्ट हाउस की सुविधा मांगने पर भी उपलब्ध नहीं होती किसानों के लिये नाश्ते से लेकर शौचालय के लिये मंडी के बाहर खुले में जाना पड़ता है मंडी प्रबंधन किसानों को सुविधा देने की जगह अपनी कमाई करने में जुटा हुआ है मंडी के बाहर हजारों क्विंटल टैक्स चोरी कराकर मंडी प्रबंधन अपनी जेव भरने में जुटा हुआ है साथ ही मंडी सुविधा सहित अन्य फर्जी विलों के सहारे मंडी प्रबंधन मंडी बोर्ड को चुना लगाने के कार्य में जुटा हुआ है। 


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