कोलारस - कोलारस परगने में काफी लम्बे समय से लाल मुरम एवं सिंध से निकलने वाली रेत का कारोवार माफियाओं द्वारा खुलेआम खेला जा रहा है कोलारस परगने में बदरवास एवं कोलारस को मिलाकर करीब आधा दर्जन से भी अधिक स्थानों से सिंध नदी से रेत का अवैध उत्खनन जारी है इसी तरह लाल मुरम का भी कारोवार परगने में करीब एक दर्जन स्थानों से हो रहा है देखने वाली बात यह है कि बिना रॉयल्टी के रेत एवं मुरम माफिया शासन को प्रत्येक माह करोड़ों का चूना लगा रहे है और इस बार अंकुश लगाने के लिये तैनात खनिज विभाग, राजस्व विभाग, वन विभाग के अधिकारियों को इस कारोवार की जानकारी होने के बाद भी इन विभागों के आला अधिकारी मौन साधे हुये है।
कोलारस परगने में आने वाले दो ब्लॉक कोलारस एवं बदरवास की बात करें तो यहां लाल मुरम एवं रेत माफियाओं का खुला खेल चल रहा है प्रशासन सब कुछ जानते हुये भी मौन साधे हुये है कुछ अधिकारियों ने इस संबंध में बताया कि हम लोग जब भी कार्यवाही करते है किसी न किसी नेता का फोन कार्यवाही न करने के लिये आ जाता है फिर भला हम मुरैना की तरह जान हतेली पर लेकर थाने तक भेजने की कार्यवाही करें और थाने जाकर उक्त लाल मुरम या सिंध की रेत के बाहन को छोड़ना पड़े फिर भला ऐसी कार्यवाही करने का क्या फायदा रेत माफियाओं से जुड़े लोगो ने बताया कि प्रशासन कार्यवाही नहीं करता और पुलिस को समय पर हिस्सा पहुंच जाता है जिसके चलते कोलारस परगने में सिंध नदी पर बने स्टॉप डेम के गेट बीते दो वर्षो से खुले हुये है और जिन स्थानों पर सिंध नदी में पानी भरा हुआ है उस स्थान पर पंडुव्वी एवं जेसीवी के सहारे रेत का कारोवार जारी है कोलारस से लेकर बदरवास में सिंध नदी पर करीब एक दर्जन स्थानों से सिंध की काली रेत निकालने का कारोवार दिन रात जारी है वहीं लाल मुरम की बात करें तो लाल मुरम का भी बिना रॉयल्टी के अवैध उत्खनन कोलारस से लेकर इंदार क्षेत्र में भी खुलेआम चल रहा है आखिर कार्यवाही न होने से माफियाओं की मौज, नेताओं की बदनामी, प्रशासन की नाकामी कोलारस परगने में खुलेआम देखने को मिल रही है।