कोलारस - ग्वालियर के जाने माने ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. पुनीत रस्तोगी कार्डियोलॉजी ने प्रेस से चर्चा के दौरान बताया कि बीते कुछ सप्ताह से ठंड का असर काफी अधिक बड़ा है जिसके चलते चिकित्सालयों में हार्ट अटैक एवं ब्रेन स्ट्रोक के मामले बड़े है जब तक लोग संबंधित चिकित्सक के पास पहुंच पाते है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है जिसके चलते चिकित्सकों के पास मरीजों के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने का समय कम मिल पाता है जिसके चलते हार्ट एवं ब्रेन के मरीजों की समय से पहले मौत हो जाती है।
डॉ. रस्तोगी ने हार्ट एवं ब्रेन स्ट्रोक से बचने के लिये दिये सुझाव - डॉ. रस्तोगी ने बताया कि दिन के समय धूप तेज होने के कारण ठंड का एहसास कम हो पाता है किन्तु सुबह एवं शाम के समय बाइक पर चलने से पहले सभी लोगो को पूर्ण रूप से शरीर को डकने के बाद ही बाइक से यात्रा करनी चाहिये जो लोग बीपी, सुगर, कोलोस्ट्रॉल या हार्ट से लेकर ब्रेन अथवा गम्भीर बीमारी से पीड़ित है उन्हें विशेष रूप से ठंड के समय सप्ताह में कम से कम एक दिन अपने नजदीकी चिकित्सक से पारामर्श अथवा जांच आवश्यक करा लेनी चाहिये साथ ही जिन लोगो के सीने में दर्द, पसीना आना अथवा चक्कर सहित अन्य किसी प्रकार की परेशानी होती हो तो वह तत्काल नजदीकी चिकित्सक के पास जाकर जांच आवश्य करा लें, यदि संयमित खान पान, धूप निकले के बाद व्यायाम, योग, बॉकिंग की जाये और शरीर में जो बीमारी है उसकी समय - समय पर जांच विशेष रूप से ठंड के दौरान यदि लोग कराते रहे तो हार्ट अटैक से लेकर ब्रेन स्ट्रोक के मामलों में 50 प्रतिशत कमी आने के साथ मध्यम जीवन में होने वाली मौतो पर काफी हद तक रोक लगाई जा सकती है।