केंद्रीय मंत्री सिंधिया की जन सुनवाई में आवेदन पत्र दरकिनार उच्च शिक्षा विभाग की अनदेखी, कोलारस महाविद्यालय के समस्त छात्र छात्राएं मूलभूत सुविधाओं से वंचित - Kolaras

शासकीय श्रीमंत माधवराव सिंधिया महाविद्यालय में जांच की दरकार 

कोलारस - शिवपुरी जिले के  कोलारस तहसील शासकीय श्रीमंत माधवराव सिंधिया महाविद्यालय की बिल्डिंग की हालत जर जर एवं विलुप्त होती जा रही है यह सभ कोलारस महाविद्यालय  में 30 वर्षों से पदस्थ प्रोफेसर बॉय के राय की मिलीभगत एवं उनके सहयोगी लोगों द्वारा विकास राशि खुर्द बुर्द व साठगांठ से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी है इस महाविद्यालय में प्रोफेसर बॉय के राय की मनमानी एवं अवैद्य वसूली चलती है एवं हर वर्ष छात्रों को जानमूचकर फेल करना और उन्हें धमकाया जाता है और उन्हें महाविद्यालय से रजिस्टकेट की धमकी भी दी जाती है और कॉलेज से मिलने वाले प्रैक्टिकल में अंक न देने की बात भी कहीं जाती है प्रोफेसर द्वारा यह केवल उन छात्रों को फेल करते जो इनके द्वारा इनकी कोई बात नहीं सुनता एवं प्रोफेसर राय पर सन् 1995 ज्वाइनिंग से लेकर 2025 तक हमेशा विवादों के घेरे में रहे हैं।
नियमित छात्र महाविद्यालय  परिसर में साफ सफाई स्वच्छता  की कोशिश करते हैं । एबीवीपी संगठन के छात्रों हो चाहे एनएसयूआई के छात्रों हो इनके द्वारा हर वर्ग ने विरोध प्रदर्शन किया लेकिन हर बार छात्र संगठन को शासन एवं उच्च शिक्षा विभाग आश्वासन देकर मामले को दरकिनार कर देते हैं ऐसा क्यों होता इस भ्रष्ट प्रोफेसर बॉय के राय पर न कोई कारवाई होती न ही कॉलेज से स्थानांतरण इस प्रोफेसर पर कही मामले  कुछ तो कोलारस न्यायालय में विचाराधीन है और इनके ऊपर वर्तमान कुछ समय पूर्व कोलारस महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य का दायित्व सौंपा ही नहीं गया था और इन्होंने महाविद्यालय में समस्त स्टाफ को अपनी मनमानी दिखाई और दस्तावेजों पर हस्ताक्षर भी किए , जब कवरेज करने आए मीडियाकर्मियों ने दायित्व संबंधी पत्र मांगा तो दे नहीं पाए, यह प्रोफेसर राय हर वर्ष कोलारस महाविद्यालय में छात्र छात्राओं के एडमिशन में भी लेनदेन करते हैं, इनके विरुद्ध 10 फरवरी 2025 को कोलारस में आयोजित केंद्रीय मंत्री श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया की जन सुनवाई में आवेदन भी दिया गया है जिस आवेदन की जांच के बाद कोई कारवाई ही नहीं हुई यह आवेदन कोलारस कॉलेज के छात्र द्वारा दिया गया था इस आवेदन क्रमांक 176 में प्रोफ़ेसर बॉय के राय के खिलाफ सारे सबूत एवं छात्र को जनमुचकर फेल करने एवं उसकी अंक सूची भी थी इसका पता बॉय के राय को चला उन्होंने कॉलेज में जांच दल से भी सांठगांठ करने की कोशिश की प्रोफेसर बॉय के राय ने स्वयं के साथ कॉलेज में पदस्थ समस्त सहायक प्रोफसरों की भी जांच करवा दी ऐसा इसलिए क्योंकि सारे आरोप उन पर सिद्ध न हो प्रोफेसर बॉय के राय राजनीति विज्ञान विषय के प्रोफ़ेसर हैं उन्हें इन जांच की हर कड़ी की जानकारी है एसी जांच कही बार हुई उन पर अनेक छात्रों आरोप भी लगाए एवं कमजोर वर्ग एवं अनुसूचित जाति के  छात्रों के साथ शोषण भी करते आए हैं।

मुख्य बिंदु - 
कॉलेज प्रांगण सरस्वती मां की मूर्ति के नीचे लगी पूर्व मंत्री पूरन सिंह बेड़िया की नाम की प्लेट हटवाई प्रोफसर बॉय के राय ने 

 प्रोफसरों व छात्रों की उपस्थिति का रिकॉर्ड दर्ज नहीं 
कॉलेज में लगी बायोमेट्रिक मशीन सालों से खराब पड़ी है।

शिक्षा व्यवस्था हो रही चौपट 

 सूचना का अधिकार पिछले कई सालों से कॉलेज से दरकिनार कही बार छात्रों ने एवं मीडियाकर्मियों ने RTI लगाई थी लेकिन आवेदकों को जानकारी नहीं दी गई 

महाविद्यालय की कवरेज के दौरान मीडियाकर्मियों को प्रोफेसर बॉय के राय द्वारा धमकाया गया 

कॉलेज में नियमित रूप से क्लास न लगने से छात्रों का जीवन अंधकार में 

 कई वर्षों से महाविद्यालय में नहीं हुए सांस्कृतिक  व वार्षिक उत्सव प्रोग्राम उच्च शिक्षा विभाग के जारी कैलेंडर के तहत महाविद्यालय में कार्यक्रम जरूरी 


प्रोफेसर बॉय के राय की कार्यप्रणाली जांच होगी तो  होंगे बड़े खुलाशे 
प्रोफेसर बॉय के राय पर अवैद्य वसूली के आरोप भी लग चुके हैं ।
एवं कॉलेज के स्मार्ट क्लास रूम हेतु पूर्व प्राचार्य ने लागत राशि दी थी और वह उस समिति के सचिव भी थे लेकिन उनके सेवानिवृत होने के बाद प्रोफ़ेसर बॉय के राय ने आर एस ठाकुर के  नाम के  हटवा दिया और बैनर लगा दिया गया यह कार्य बिना प्राचार्य की अनुमति के किया गया है ।

विशेष - उच्च शिक्षा विभाग की गाइडलाइन के अनुसार एक महाविद्यालय में प्रोफेसरों की सेवा का कार्यकाल 5 वर्ष है ।

प्रोफेसर बॉय के राय कोलारस महाविद्यालय में 1995 ज्वाइनिंग से 2025 तक स्थानांतरण नहीं हुआ है और हमेशा विवादों के घेरे में रहे हैं न स्वयं पढ़ाते न अन्य सहायक प्रोफसरों को पढ़ाने देते, राय की मनमानी पे संचालित होता कोलारस महाविद्यालय ।

विभाग "घोटाले कोलारस कॉलेज के छात्रों के साथ हुआ धोखा 

राष्ट्रीय सेवा योजना NSS कैंप पिछले कई वर्षों से लगा ही नहीं है छात्रों से कागजों पर हस्ताक्षर लिए जाते है .
NSS विभाग के प्रमुख भी प्रोफेसर बॉय के राय ही हैं 
खेल विभाग द्वारा 2024 दिसंबर महा में जिला स्तरीय सीजन वॉल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था लेकिन इस आयोजन में स्वयं कोलारस कॉलेज की टीम ने भाग लिया ही नहीं था केवल छात्रों से दस्तावेज पर हस्ताक्षर लिए गए थे ।


कोलारस महाविद्यालय के रिटायर प्राचार्य राजेंद्र सिंह ठाकुर द्वारा  प्रोफेसर बॉय के राय के खिलाफ कॉलेज के रजिस्टर्ड शासकीय  पत्र गायब करने के जुर्म में कोलारस न्यायालय में धारा 409, 420 , 468 ,477 का केस विचाराधीन है ।

केंद्रीय मंत्री एवं सांसद महाराज साहब की कोलारस जन सुनवाई आवेदन 176 के जांच के 30 दिन बाद तक तक नहीं हुई कोई कारवाई ।

 छात्र को प्रोफेसर बॉय के राय ने मानसिक रूप से प्रताड़ित एवं कॉलेज से रजिस्ट्रीकेट करने की दी धमकी ।

SMS कॉलेज छात्र ने कलेक्टर और स्थानीय एसडीएम को भी कराया था अवगत और मंगलवार को लगने वाली जन सुनवाई में भी दिया आवेदन कोई कारवाई देखने को नहीं मिली ।

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