शिवपुरी - शिवपुरी जिले में एक समय था जब आक्रोशित आंदोलनकारी भ्रष्ट अफसरों के चेहरे पर कालिख पोतकर जनता के गुस्से का इजहार करते थे। लेकिन अब हालात ऐसे हो गए हैं कि ये अफसर खुद ही अपने हाथों से अपने चेहरे पर कालिख पोत रहे हैं—अपने घोटालों से, अपनी बेईमानी से, अपनी लूट-खसोट से जनता की गाढ़ी कमाई को लूटने वाले, गरीबों के हक पर डाका डालने वाले और कानून के नाम पर दलाली करने वाले ये अफसर अब किसी और की नहीं, बल्कि अपनी ही करतूतों से बदनाम हो रहे हैं। इनके चेहरे पर कालिख पोतने की जरूरत नहीं, क्योंकि इनकी हर हरकत खुद ही इनका असली चेहरा उजागर कर रही है।
धिक्कार है ऐसे अफसरों पर, जो जनता की सेवा करने की शपथ लेकर सिर्फ अपना पेट भरने में लगे हैं।लेकिन याद रखना, जनता सब देख रही है, और अब कालिख पोतने का काम आंदोलनकारी नहीं, बल्कि न्याय की लौ जलाने वाला हर नागरिक करेगा।