रन्नौद नगर परिषद अध्यक्ष के लिये कुशवाह, केबट, हसन, जाट, यादव के द्वारा जनसम्पर्क के साथ प्रथम अध्यक्ष बनने के लिये जोड़तोड़ प्रारम्भ
हरीश भार्गव - जय कुमार झा कोलारस - कोलारस परगने के अंतर्गत आने वाले रन्नौद नगर परिषद में पहली बार अध्यक्ष एवं वार्ड पार्षदों के लिये रन्नौद सहित डगपीपरी, सेसई सहित तीन पंचायतों को जोड़कर रन्नौद नगर परिषद का गठन हुआ जहां वार्डों का आरक्षण पूर्व में हो चुका है। जबकि अध्यक्ष पद के लिये बुधवार को आरक्षण प्रक्रिया संपन्न हुई जिसमें रन्नौद नगर परिषद पिछड़ा वर्ग के खाते में जाने से पिछड़ा वर्ग के कई उम्मीदवार चुनाव लड़ने के लिये दम भरने लगे किन्तु रन्नौद नगर परिषद के लिये पहली बार होने वाले अध्यक्ष के उम्मीदवारों में पांच नाम प्रमुखता के साथ निकलकर सामने आये उम्मीद है। कि पार्टी अथवा टिकिट न मिलने की स्थिति में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भी इनमें से चुनाव मैदान में उतर सकते है।
गुरूवार को सर्वे के दौरान करीब आधा सैंकड़ा लोगो ने अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की किन्तु जनता के बीच से जो पांच प्रमुख नाम निकलकर सामने आये उनमें वर्तमान सरपंच ब्रजेश कुशवाह, पूर्व मंडी अध्यक्ष के पिता नाथूराम केबट, दिलावर हसन कांग्रेस नेता के नाम अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों के रूप में निकलकर प्रमुखता के साथ सामने आये, इनके अलावा अध्यक्ष पद के लिये पत्रकार नितिन जाट के पक्ष में भाजपा नेता बंटी सिकरवार के द्वारा दमदारी से नाम उठाने पर नितिन जाट भी रन्नौद नगर परिषद अध्यक्ष के लिये भाजपा से टिकिट मांगने वाले उम्मीदवारों में एक मजबूत नाम निकल कर सामने आया है।
रन्नौद नगर परिषद अध्यक्ष के लिये समाज सेवी एवं भाजपा नेता वीरेन्द्र यादव उर्फ गुड्ड़ा भाई का नाम भी उभरकर सामने आया है। वीरेन्द्र यादव दो बार जनपद सदस्य के साथ - साथ काॅपरेटिव बैंक में भी सदस्य रह चुके है। रन्नौद सरपंच के चुनाव में पिछली बार कड़ी टक्कर भी दे चुके है। इस प्रकार रन्नौद नगर परिषद अध्यक्ष के लिये नामांकन फार्म भरने तक अनेक नाम निकलकर सामने आयेंगे। किन्तु अभी तक जो प्रमुख पांच नाम निकलकर सामने आये है। इनके अलावा धाकड़ समाज, जाट समाज, गुर्जर समाज, मुस्लिम समाज, कुशवाह समाज, बाथम समाज से भी करीब आधा सैंकड़ा लोगो द्वारा अध्यक्ष पद का चुनाव लडने की इच्छा व्यक्त की अध्यक्ष पद के लिये उम्मीदवार तो दो से लेकर अनेक हो सकते है।
किन्तु मुकावला दो से लेकर चार के बीच ही सिमिट सकता है। उन्हीं पांचों नामों को प्रमुखता के साथ चुनाव मैदान में देखा जा रहा है। उम्मीद है। यह उम्मीदवार भाजपा, कांग्रेस, बसपा से टिकिट लेकर भी चुनाव मैदान में दिखाई दे सकते है।