323 करोड़ रुपये के जीएसटी घोटाले का पर्दाफाश, एक सीए समेत दो मास्टरमाइंड गिरफ्तार

ओडिशा की जीएसटी प्रवर्तन शाखा ने 323 करोड़ रुपये की जीएसटी धोखाधड़ी का खुलासा किया है और राज्य में फर्जी चालान बनाने से जुड़ी गतिविधियों में एक चार्टर्ड अकाउंटेंट सहित दो मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है राज्य जीएसटी प्रवर्तन शाखा ने गुरुवार को झारसुगुड़ा के चार्टर्ड अकाउंटेंट अमित कुमार अग्रवाल और एसएस सिंडिकेट, भुवनेश्वर के मालिक सतेंद्र कुमार यादव को गिरफ्तार किया था। कटक स्थित वाणिज्यिक कर और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) आयुक्तालय द्वारा शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा गया कि दोनों को 13 फर्जी कंपनियां बनाने और संचालन में शामिल मास्टरमाइंड माना जा रहा है अग्रवाल को झारसुगुडा में और यादव को भुवनेश्वर में गिरफ्तार किया गया। दोनों ने अन्य लोगों के साथ मिलीभगत में 13 अस्तित्वहीन व्यावसायिक संस्थाओं के नाम पर 1,819 करोड़ रुपये के नकली खरीद और बिक्री के चालान बनाकर 323 करोड़ रुपये के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का लाभ उठाया और उसे आगे बढ़ा दिया बयान में कहा गया कि गिरोह ने हाल ही में पेश किए गए जीएसटी के सरलीकरण का फायदा उठाकर धोखाधड़ी की। इन्होंने पश्चिम बंगाल, झारखंड, मध्यप्रदेश और दिल्ली में जीएसटी के तहत फर्जी फर्म को रजिस्टर करा रखा था। राज्य जीएसटी शाखा ने अब तक 23 लोगों को धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया है।



एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

संपर्क फ़ॉर्म