नरोत्तम के गढ़ से नायक और सुरखी से राजकुमार कांग्रेस में शामिल,चुनाव आते ही बदल रही नेताओं की निष्ठा - MP News

 


मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पास आते ही भाजपा और कांग्रेस में नेताओं का इधर से उधर आने-जाने का सिलसिला तेज हो गया है। दोनों ही दलों में नेता अपना सियासी भविष्य सुरक्षित देखकर पाला बदल रहे है। रविवार को इसी क्रम में राहत इंदौर की पत्नी मशहूर शायर अंजुम रहबर कांग्रेस में शामिल हुई। इसके अलावा गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के गढ़ दतिया से अवधेश नायक और सागर में सुरखी से राजकुमार धनोरा कांग्रेस में शामिल हुए। दोनों को कमलनाथ ने पीसीसी मुख्यालय में सदस्यता दिलाई। इस अवसर पर दिग्विजय सिंह भी शमिल हुए। 

इस अवसर पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं सुरखी और दतिया दोनों ही विधानसभा में घूमा। यहां लोगों पर दोनों ही विधानसभा के भ्रष्ट और आतंकवादी मंत्रियों ने अन्याय किया है। यहां किसी के खिलाफ झूठा प्रकरण बनाना होतो एसटी-एससी का झूठा आरोप किसी पर भी लगा दो। उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले भाजपा इतनी तेजी से टूटेंगी कि किसी को अंदाजा नहीं होगा। इस बार कांग्रेस की सरकार बनेगी और मामा के आका भी नहीं तोड़ पाएंगे। वहीं, कमलनाथ ने कहा कि आप लोग प्रलोभन से नहीं है। आप का फैसला नैतिकता और सिद्धांतों का है। आपने आज सच्चाई का साथ दिया है। 

नरोत्तम के खिलाफ नायक लड़ सकते है चुनाव 
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ अवधेश नायक पूर्व सीएम उमा भारती की भारतीय जनशक्ति पार्टी से चुनाव लड़ा और हार गए। हालांकि उस चुनाव में नरोत्तम चुनाव जीत गए और नायक दूसरे नंबर पर रहे। इसके बाद नायक फिर भाजपा में शामिल हो गए। उनको 2016 में मध्य प्रदेश पाठपुस्तक निगम का उपाध्यक्ष बनाकर राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया। इसके बाद उन्होंने पिछले दो चुनाव में टिकट की दावेदारी की, लेकिन टिकट नहीं मिलने से नाराज नायक ने अब कांग्रेस की सदस्यता ली। ऐसा माना जा रहा है कि नायक कांग्रेस की तरफ से नरोत्तम के खिलाफ चुनाव में लड़ेंगे।   

भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदार बढ़ाएंगे मंत्री की चुनौती  
राजकुमार सिंह धनौरा मंत्री भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदार है। वह सुरखी विधानसभा के कद्दावर नेता है। इस विधानसभा से अभी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत विधायक है। धनोरा को भाजपा ने पिछले साल अक्टूबर में निष्कासित कर दिया था। इसका कारण धनौरा की तरफ से मंत्री गोविंद सिंह के खिलाफ लगातार बयान देकर मोर्चा खोल दिया था। धनोरा किसान मोर्चा के अध्यक्ष भी रहे है। गोविंद सिंह के खिलाफ उन्होंने जमीन के मामले उजागर किए। इसके बाद गोविंद सिंह ने भी उनके खिलाफ कई केस दर्ज करवाएं। अब वह कांग्रेस में शामिल हुए। धनोरा का कहना है कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के आदेश के अनुसार काम करेंगे। जिसे टिकट देंगे उसके लिए काम करेंगे। 

रहबर ने आप का साथ छोड़ थामा हाथ 
राहत इंदौर की पत्नी मशहूर शायर अंजुम रहबर ने आम आदमी पार्टी का साथ छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामा है। गुना निवासी रहबर देशभर में आयोजित होने वाले मुशायरों में शामिल होती रहती है। रहबर का पार्टी में कमलनाथ ने स्वागत किया। 
 
अब तक यह नेता भी भाजपा से कांग्रेस शामिल हुए
- दीपक जोशी- प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के पुत्र और पूर्व मंत्री दीपक जोशी भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने भाजपा छोड़ने के लिए पिता का स्मारक के लिए बार-बार कहने के बाजवूद नहीं बनाने का कारण बनाया। 
- कुंवर ध्रुव प्रताप सिंह- कटनी जिले के विजाराघवगढ़ के पूर्व विधायक कुंवर ध्रुव प्रता सिंह ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने भी वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया। 
- यादवेंद्र सिंह यादव - अशोकनगर जिले की मुंगावली सीट से तीन बार के विधायक देशराज सिंह के बेटे यादवेंद्र सिंह ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने सिंधिया के पार्टी में आने के बाद से पुराने नेताओं को तवज्जों नहीं देने का आरोप लगाया।
-बैजनाथ सिंह यादव तथा राकेश गुप्‍ता - शिवपुरी से भाजपा नेता बैजनाथ सिंह यादव अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने कांग्रेस में घर वापसी की।

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