दो मोबाइल मेडिकल यूनिट को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलारस और बदरवास से शुक्रवार को कोलारस विधायक ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना - Kolaras

कोलारस - प्रधानमंत्री जनजाति न्याय महाभियान योजना अंतर्गत जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के उद्देश्य से मोबाइल मेडिकल यूनिट की सुविधा दी गई है मोबाइल मेडिकल यूनिट घर घर पहुंचकर जरूरतमंद मरीजों को निःशुल्क इलाज की सुविधा मुहैया करवा रही है यूनिट में चिकित्सा दल आदिवासी बस्तियों में पहुंचकर निःशुल्क इलाज कर रहे हैं। 

कोलारस विधायक महेंद्र सिंह यादव ने कोलारस - बदरवास में दो मोबाइल मेडिकल यूनिट को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलारस और बदरवास से शुक्रवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 


इस अवसर पर कोलारस एसडीएम अनूप श्रीवास्तव सहित स्वास्थ्य विभाग का स्टाफ मौजूद रहा बता दे शिवपुरी जिले को 10 मोबाइल मेडिकल यूनिट प्राप्त हुई है जो जिले के 186 आदिवासी बाहुल्य गांव में जहां स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा नहीं है वहां पहुंचकर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराएंगी।


आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में मरीजों को नवजीवन मिलेगा - विधायक महेन्द्र सिंह यादव


सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोलारस अंतर्गत आदिवासी बाहुल्य ग्रामों में मोबाईल मेडिकल यूनिट द्वारा स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने हेतु कोलारस विधायक महेन्द्र सिंह यादव द्वारा हरी झंडी दिखाकर वाहन को रवाना किया। डॉ संजय ऋषीश्वर मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला शिवपुरी के निर्देशन में आयाजित कार्यक्रम में सीबीएमओ डॉ आशीष व्यास, वरिष्ठ समाजसेवी ओपी भार्गव, श्रीराम गौड, डॉ विवेक शर्मा, डॉ निकिता अग्रवाल, रजनीश श्रीवास्तव, संजय जैन सहित कोलारस का समस्त स्टाफ व प्रबुद्ध वर्ग, मरीजों के परिजन उपस्थित थे। 

प्रधानमंत्री जनमन अभियान के अंतर्गत कोलारस क्षेत्र के आदिवासी सहरिया बाहुल्य ग्रामों में, दूरस्थ पहुंचविहीन ग्रामों में मोबाईल मेडीकल यूनिट मरीजों को उपचार प्रदान करेगी। गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल रैफर करेगी। कोलारस क्षेत्र के कुल 54 आदिवासी बाहुल्य ग्रामों में व दूरस्थ पहुंचविहीन ग्रामों में मोबाईल मेडिकल यूनिट रोस्टर अनुसार भ्रमण करेगी। 

विधायक महेन्द्र सिंह यादव द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया कि आदिवासी सहरिया परिवारों के सदस्य बडे अस्पताल जाने में आज भी कतराते हैं अब उनका उपचार उनके ग्राम में ही होगा। जो स्वास्थ्य सेवायें ग्वालियर में मिलती हैं वह स्वास्थ्य सेवायें ग्रामों तक पहुंचाने का लक्ष्य मध्यप्रदेश सरकार कर रही है। शासन की प्रत्येक योजना में आदिवासी सहरिया परिवारों को प्रमुखता से लिया गया है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिये किसी भी प्रकार के बजट की कमी नहीं होगी। यदि किसी भी उपकरण की आवश्यकता है तो मुझे अवगत करावें मैं उपलब्ध कराउंगा। 

सीबीएमओ डॉ आशीष व्यास ने कहा कि समय पर उपचार मिलने से मरीज की प्राण रक्षा होती है। मोबाईल मेडीकल यूनिट ग्राम ग्राम जाकर सभी बीमारियों का उपचार करेगी। एमएमयू में रहने वाली प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ टीम में एक डॉक्टर, नर्स, एएनएम, लैब टेक्नीशियन, फिजियोथेरेपिस्ट और ड्राइवर शामिल है। हर यूनिट में 14 तरह की जांचें हो सकेंगी। इसके अलावा 65 प्रकार की जरूरी दवाइयां और 29 प्रकार की स्वास्थ्य सामग्री उपलब्ध रहेगी।

ओपी भार्गव द्वारा कहा गया कि मोबाईल मेडीकल यूनिट दूरस्थ पहुंचविहीन क्षेत्रों में रोगियों को समुचित उपचार उपलब्ध करायेगी। मातृ एवं शिश स्वास्थ्य के लिये मोबाईल मेडीकल यूनिट वरदान साबित होगी। गंभीर बीमारियों की पहचान व उनके उपचार हेतु स्टाफ को प्रशिक्षित किया गया है। 

डॉ विवेक शर्मा द्वारा बताया गया कि एमएमयू में संचारी रोगों के अलावा ओपीडी, एएनसी पीएनसी सेवाएं उपलब्ध हों‌गी। इसके अलावा टीबी, कुष्ठ, मलेरिया, फाइलेरिया, वायरल जैसी बीमारियों की जांच सुविधा भी शामिल है। प्रसवपूर्व एवं प्रसव उपरान्त जच्चा-बच्चा की देखभाल, हाई रिस्क प्रेग्नेंसी की पहचान, उसका रैफर करना, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और गुर्दा रोगों की पहचान, कैंसर के चिन्हित मरीजों को रैफर करना, नवजात शिशुओं में जन्मजात विकृतियों की जांच व इलाज सुविधा भी रहेगी। सभी एमएमयू जीपीएस से लैस हैं। जिनकी निगरानी की जावेगी। मोबाईल मेडिकल यूनिट, एमएमयू 24 दिन सेवाएं देगी। इन्हें प्रतिदिन 2 गांवों में लगभग 50 मरीजों का इलाज करने का टारगेट दिया गया है। 

उद्घाटन कार्यक्रम में मोबाईल मेडीकल यूनिट के स्टाफ को विधायक द्वारा माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। उद्घाटन कार्यक्रम में डॉ नीलेश महते, बीईई हेमलता खत्री, हरगोविंद मिश्रा, राजेश कोली, ग्यासुद्दीन काजी, अनुराज व्यास, देवेन्द्र गिरी, महेश जाटव, सहित गणमान्य महिला पुरूष उपस्थित थे।

इन मोबाइल मेडिकल यूनिट में निःशुल्क चिकित्सीय परामर्श, निःशुल्क दवा एवं जांच सेवा, टीकाकरण, आयुष्मान कार्ड पंजीकरण, बीपी की जांच, मातृत्व स्वास्थ्य सेवाए, गैर संचारी रोगों की जांच, शुगर एवं बीपी जांच एवं उपचार,  एनीमिया जांच एवं उपचार की सुविधा दी जाएगी मोबाइल मेडिकल यूनिट में 6 सदस्य का दल रहेगा जिसमें चिकित्सक नर्सिंग स्टाफ सहित अन्य स्टाफ रहेगा।

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