दीपक नरवर, शिवपुरी - शिवपुरी जिले के अन्तर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सिमरिया में रोजगार सहायक निर्भय रावत द्वारा पत्रकार को सूचना देने के लिए कार्यालय बुलाया गया, लेकिन जब भ्रष्टाचार उजागर होने का अंदेशा हुआ, तो न केवल जानकारी देने से इनकार कर दिया गया, बल्कि महिला सरपंच के पुत्र शैलेंद्र रावत और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर पत्रकार को बीच सड़क पर रोककर जबरन दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर कराए गए।
बताया जा रहा है कि पत्रकार ने ग्राम पंचायत में हो रहे शासकीय योजनाओं में संभावित गड़बड़ियों को लेकर सूचना चाही थी। इसके लिए रोजगार सहायक ने पत्रकार को बुलाया तो जरूर, परंतु जानकारी न देते हुए उल्टे दबाव बनाकर जबरन आवेदन पर हस्ताक्षर करा लिए, ताकि बाद में यह प्रस्तुत किया जा सके कि पत्रकार ने स्वेच्छा से जानकारी नहीं मांगी या शिकायत वापस ली है।
इस घटना ने प्रशासनिक कार्यशैली और ग्राम पंचायत में पारदर्शिता की गंभीर कमी को उजागर किया है। यदि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए, तो अनेक अनियमितताओं का पर्दाफाश हो सकता है।
म.प्र. श्रमजीवी पत्रकार संघ इस घटना की घोर निंदा करता है एवं प्रशासन से मांग करता कि इस घटना की तत्काल जांच कर दोषियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी भी पत्रकार के साथ ऐसा दुर्व्यवहार न हो।
रशीद खान
जिला अध्यक्ष
म.प्र. श्रमजीवी पत्रकार संघ शिवपुरी म.प्र.
Tags
Shivpuri