कोलारस - कोरोना वायरस के चलते केन्द्र सरकार द्वारा 21 दिन का लॉक डाउन आदेश जारी किया गया। जिसके दूसरे दिन एवं बाजार बंद के 5 दिन गुरूवार को सुबह के समय करीब 8 बजे से 10 बजे के बीच जब कुछ समय के लिये लोग घरों से बाहर निकले तो कोलारस परगने के कोलारस, बदरवास, रन्नौद, खतौरा, लुकवासा, खरई में बाजार बंद के चलते फल एवं सब्जी विक्रेताओं के यहां खरीदारों की लम्बी-लम्बी लाइन देखकर दुकान दारों ने फलों एवं सब्जियों के दाम दोगुना कर दिये। उदाहरण के लिये बाजार बंद से पूर्व 20 रू. किलो विकने वाला आलू गुरूवार को 40रू. तक विका वही फल की हम बात करें तो 25 रू. किलो विकने वाला पपीता गुरूवार को 50 रू. किलो तक जा पहुंचा। लॉक डाउन में अभी 19 दिन शेष है। यदि कोरोना वायरस पर अंकुश नहीं लगा तो लॉक डाउन की सीमा आगे भी बड सकती है। कुल मिलाकर देखा जाये तो 21 दिन के लॉक डाउन का प्रभाव दो दिन के अंदर ही नजर आने लागा है। जहां फल एवं सब्जियों के दाम दोगुने तक जा पहुंचे है। इसके बाद बात करें किराना सामाग्री की तो किराना सामाग्री में तेल एवं शक्कर के दाम बाजार बंद के बाद से 10-20 रू. प्रति किलो तक बढ गये है। तेल एवं शक्कर की तरह ही किराने की अन्य सामाग्री भी बाजार बंद के बाद कई गुना प्रतिशत महंगी हो गई है। एक ओर शासन-प्रशासन दामों के नियंत्रण का दाबा कर रहा है। वही दूसरी ओर दैनिक उपयोग में आने वाली खाद सामाग्री सब्जी, फल, किराना सामाग्री में 21 दिन की जगह दो दिन के अंदर ही दाम दो गुने तक जा पहुंचे है। यदि लॉक डाउन की समय सीमा बडी अथवा लॉक डाउन के अंतिम दिन तक खाद सामाग्री के भाव कहां तक जा पहुंचेगे आप स्वयं आंकलन करके शासन प्रशासन की बातो पर ध्यान न देते हुये। अपने बजट को स्वयं विगडने से बचा सकते है।
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