नगर परिषद चुनाव मार्च में होने की पूर्ण सम्भावना
कोलारस - मध्यप्रदेश में नगर पालिका यानि की नगर निकाय के चुनावों का कार्यकाल 6-6 माह करके तीन बार बढ़ाया जा चुका है। वर्तमान में नगर निकाय में अध्यक्ष के स्थान पर प्रशासक मौजूद है। जबकि पंचायतों में कार्यकाल पूर्ण होने के बाद सरपंचों को प्रधान नाम देकर उन्हीं का कार्यकाल प्रदेश सरकार द्वारा बड़ा दिया गया। जिसके चलते नगर निकाय के पार्षदों से लेकर अध्यक्षों में आक्रोश है। राम मंदिर निर्माण के लिये धन संग्रह एवं किसान आंदोलन की समाप्ति के बाद फरवरी के आखरी सप्ताह में नगर निकाय यानि की नगर पालिका, नगर परिषद, नगर निगमों के चुनावों की घोषणा प्रदेश सरकार की हरी झंड़ी मिलने पर प्रदेश निर्वाचन आयोग नगर निकाय के साथ पंचायतों के चुनावों भी एक साथ करा सकता है। क्योंकि अप्रैल एवं मई माह में बोर्ड के पेपर होने है। चुनावों में शिक्षकों की ड्यूटी तथा मतदान के लिये स्कूलों का उपयोग होने के कारण मध्यप्रदेश में नगर निकाय एवं पंचायतों के चुनाव एक साथ भी मार्च माह में हो सकते है।