प्रशासनिक कार्यवाही की आहट सुन लुकवासा के फर्जी चिकित्सक ताला लगाकर गायव

प्रशासनिक कार्यवाही की आहट सुन लुकवासा के फर्जी चिकित्सक ताला लगाकर गायव 

कोलारस - कोलारस परगने के ग्राम लुकवासा जोकि कोलारस नगर से मात्र 12किमी की दूरी पर स्थित है। यहां फर्जी चिकित्सकों की भरमार है। मंगलवार एवं बुधवार को सीएमएचओ कार्यालय से टीम बनाकर लुकवासा में फर्जी चिकित्सकों द्वारा अन्य मरीजों के साथ कोरोना मरीजों के इलाज करने से अन्य मरीजों में वायरस फैलने की खबर पढ़ने के बाद कार्यवाही करने की जानकारी लुकवासा के फर्जी चिकित्सकों को लग गई और वह अपनी दुकाने बद कर भाग खड़े हुये स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आने वाले समय में अचानक कार्यवाही करने की बात कहीं है। 

कोलारस परगने के लुकवासा में अनपढ़ लोग किस तरह एक आम बीमार मरीजों के साथ जांच लेवा कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज कर रहे है। यहां स्वास्थ्य विभाग द्वारा करोड़ों की लागत से लुकवासा क्षेत्र के लोगो को स्वास्थ्य सेवाऐं देने के लिये स्वास्थ्य केन्द्र खोला किन्तु फर्जी चिकित्सकों से महिना पहुंचने के कारण लुकवासा स्वास्थ्य केन्द्र को भोपाल के एम्स, शिवपुरी के मेडिकल काॅलेज की तरह केवल कागजी स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में संचालित किया जा रहा है। हकीकत यह है। कि यहां चिकित्सक न होने के कारण प्रतिदिन सैंकड़ों मरीज जिनमें लगभग 10प्रतिशत कोरोना के मरीज शिवपुरी जाने की जगह पैसों के लालच में अपनी जान जोखिम में डाल कर लुकवासा के फर्जी चिकित्सकों के यहां कोरोना जैसी जान लेवा बीमारी का इलाज करा रहे है। फर्जी चिकित्सक बिना कोरोना जांच किये दूसरे मरीजों एवं स्वयं का जीवन दाव पर लगाकर कोरोना के मरीजों का इलाज कर रहे है। उन्हीं में से एक मरीज ने बताया कि मैने लुकवासा के चिकित्सक के यहां कई सप्ताह इलाज कराया किन्तु आराम न मिलने पर जब बाहर जाकर कई जांचें कराई तो कोरोना के लक्षण मिले ऐसे एक नहीं वल्कि सैंकड़ो उदाहरण लुकवासा के फर्जी चिकित्सकों के मिल जायेंगे। जोकि स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन की मेहरवानी से लुकवासा में फर्जी चिकित्सक कोरोना मरीजों के साथ साथ अन्य बीमारियों का इलाज कराने आने वाले मरीजों के साथ इलाज करके उनके लिये काल का काम कर रहे है। 

प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भी खोल रखा है। किन्तु स्वस्थ्य केन्द्र चिकित्सको के अभाव के चलते लुकवासा में वर्षो से मुन्ना भाई यानि की बिना डिग्री धारी लोग जिन्हें स्वास्थ्य विभाग में चैकीदार तक की नौकरी नहीं मिली ऐसे मुन्ना भाई लुकवासा में एमबीबीएस, एमडी डाॅक्टर की तरह लुकवासा में मौत की दुकाने खोलकर ईलाज  कर रहे है। स्थानीय प्रशासन एवं सत्ताधारी दल भाजपा से जुडकर उक्त झोला छाप मुन्ना भाई लुकवासा में कोरोना काल के प्रारम्भ से लेकर आज दिनांक तक अवैध रूप से अपनी दुकाने खोलकर कोरोना जैसी बीमारी से पीड़ित मरीजो का ईलाज कर रहे है। शासन की गाइड लाइन के अनुसार 22 मार्च 2020 जब से कोरोना ने देश में अपने पैर फैलाये तब से लेकर अभी तक सर्दी, जुकाम, खाशी, बुखार के शिकार मरीज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचेगें जहां पर पहले कोरोना किट से उनकी जांच की जायेंगी। उसके बाद उन्हें गम्भीर हालत होने पर जिला स्वास्थ्य केन्द्र भर्ती कराया जायेंगा तथा कम लक्षण पाये जाने पर कोरोना के शिकार मरीजों को घर पर रहकर ही कोरोन्टाइन के साथ दबाये उपलब्ध कराई जाती है। किन्तु लुकवासा में जिला प्रशासन, वीएमओ की मिली भगत से लुकवासा में एक नहीं वल्कि कई मुन्ना भाई मौत की दुकानें खोलकर कोरोना जैसी गम्भीर बीमारी का ईलाज करने के साथ-साथ मौत की दुकानों पर आने वाले कई अन्य लोगो में वायरस फैलाने का कार्य विगत कई माहों से प्रशासन की मेहवानी के चलते आज दिनांक तक कर रहे है। 






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