मोनू प्रधान कोलारस - अटरुनी से लुकवासा जाने वाला लगभग 5 किलोमीटर का मार्ग भी ग्रामीण पार नहीं कर पा रहे हैं इसका कारण है रेलवे पटरी के पास जलभराव जहां से पैदल तो ग्रामीण निकल पा रहे हैं लेकिन किसी तरह का वाहन वहां से निकलना संभव नहीं है। ग्रामीण जनता भयंकर तरीके से परेशान हो चुकी है रेलवे पुलिया में पानी भर जाने से जहां 4 महीने तक रास्ता बंद हो जाता है ऐसे में ग्रामीण वहां से पैदल तो निकल लेते हैं लेकिन वाहनों से नहीं आ जा पाते और ऐसे में यदि कोई ग्रामीण बीमार हुआ है तो फिर भगवान ही मालिक है अब ऐसे में ग्रामीण लोग कहाँ से निकले ग्रामीण किसान भाई इस परेशानी से काफी बरसों से दो-दो हाथ कर रहे हैं और ऐसा नहीं है कि इस बात की जानकारी प्रशासन को नहीं है लेकिन वहां पर प्रशासन कार्य करने में दिलचस्पी नहीं दिखाता। यह एक तरह से मुख्य रोड हैं जो 10 गांव को लुकवासा से मिलाती हैं अटरूनी,लुकवासा, हिनोतिया, बड़ेरा,झाड़ेल,बरखेड़ी, उदली नेहरवारा,राछि आदि गांव है जो बारिश के बाद परेशानी में जीवन काट रहे हैं। जबकि पिछले वर्ष 2020 में 3 सितंबर को वीरेंद्र रघुवंशी विधायक कोलारस द्वारा नरेंद्र सिंह तोमर को अटरूनी से लुकवासा मार्ग को मिलाने के लिए प्रधानमंत्री सड़क योजना अंतर्गत अंडर ब्रिज बनाने हेतु विशेष पैकेज से ढाई करोड़ रुपए की मांग की गई थी
अटरूनी लुकवासा मार्ग पर अंडरब्रिज बनाने हेतु सांसद ने रेलमंत्री को लिखा पत्र
सांसद डॉक्टर के पी सिंह यादव ने भी ग्रामीणों द्वारा दिए गए आवेदन के बाद ग्रामीणों को भरोसा दिलाया है कि जल्द ही उनकी समस्या का निराकरण किया जाएगा। इस बाबत उन्होंने ग्रामीणों से मिले आवेदन के तत्काल बाद 27 जुलाई को ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर वहां पर अंडरब्रिज बनाने की मांग की है। पत्र में उन्होंने उक्त मार्ग को खराब होने के संबंध में लिखा है कि इस मार्ग के बारिश के बाद अवरुद्ध होने से लगभग 15 से 20 गांव के लोग परेशान होते हैं और यह परेशानी पिछले 20 वर्षों से लगातार है।
बहुत सुंदर खबर छापी,शायद इससे शासन प्रशासन जाग जाये। अटरूनी कि पुलिया कि समस्या कई सालों से चली आ रही है
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