सडको पर फिरते अबारा मवेशी, खाली गौशालाओं का फंड खाते संचालक

सडको पर फिरते अबारा मवेशी, खाली गौशालाओं का फंड खाते संचालक

कोलारस - मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार द्वारा सड़कों पर फिरते अबारा मवेशियों को स्थान देने के लिये प्रदेश भर में सैंकड़ों गौशाला निर्माण के लिये कडोरो का फंड जारी किया गया कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में स्वीकृत हुई गौशाला में जहां लोगो ने गौशाला निर्माण में भ्रष्टाचार किया वही सरकार बदलने के बाद मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह की सरकार बनने के बाद गायो के लिये बनाई गई गौशालाओ की हालत जाकर देखी जाये तो कोलारस क्षेत्र की अधिकांश गौशालाओ में जानवरो की संख्या नाम मात्र के लिये है किन्तु शासन से भूसा एवं स्टाफ के लिये मिलने वाला बजट गौशाला संचालक गौशाला में मवेशियो की संख्या पूर्ण दिखा कर बजट खा रहे है जिसके चलते कोलारस परगने की सीमा अटलपुर से सेसई सड़क, खरई से मझेरा, सुनाज से पड़ोरा, देहरदा तिराहे से रन्नौद, पंचावली से पीरौठ जैसे मुख्य मार्गो की हालत यह है कि इन मार्गाे पर रात्रि के समय बाहनों को गुजरने में डर लगता है क्योंकि काली चमड़ी के मवेशी काली रोड़ पर दिखाई कम देते है जिसके चलते बाहन चालक को मवेशी के मरने एवं स्वयं को दुर्घना का भय बना रहता है कोलारस परगने में गौशाला निर्माण की गुणवत्ता एवं मवेशियो के चारे से लेकर दिखाये जा रहे संख्या की जांच यदि ईमानदारी से हो जाये तो कोलारस परगने में ही बिहार प्रदेश की तरह कोलारस में भी बड़ा चारा घोंटाला उजाकर हो सकता है ग्रामीण क्षेत्र के लोगो ने पानी वाले जनता के विधायक से हाईवे पर बैठे अबारा मवेशियो का दर्द वयां करते हुये ग्रामीण क्षेत्रों में बनी गौशालाओ मेें हाईवे के मवेशियो को भेजने तथा गौशालाओ में बिहार की तरह चल रहे बजट चारा घोंटाले की जांच कराकर जल्द खुलासा कराने की मांग की है जिससे हाईवे पर दुर्घटना के शिकार हो रहे मवेशी एवं बाहनो को राहत मिल सकें।


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