मध्य प्रदेश में स्कूल 1 फरवरी को खुल जाएंगे। कक्षा-1 से कक्षा-12 तक की कक्षाओं को 50% उपस्थिति के साथ संचालित करने का फैसला किया गया है। आवासीय विद्यालय और छात्रावास भी 50% उपस्थिति के साथ खोले जा सकेंगे दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो दिन पहले कहा था कि स्कूल खोलने का फैसला चिकित्सा विशेषज्ञों से विचार-विमर्श के बाद किया जाएगा। इसे लेकर मंत्रियों के अलग-अलग बयान आ रहे थे। इससे पहले, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने सुबह कहा कि स्कूल खोलने का फैसला विशेषज्ञों से विचार-विमर्श के बाद लिया जाएगा सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश में पिछले कुछ समय से कोरोना के केस लगातार कम हुए हैं। ऐसे में स्कूल खोलने का फैसला लिया गया है। नवंबर में सरकार ने 100% उपस्थिति के साथ स्कूल चलाने का फैसला किया था। इसके बाद जब जनवरी में कोरोना केस बढ़ने लगे तो सरकार ने कदम पीछे खींच लिए। 15 से 31 जनवरी तक सभी स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया था।
समय पर होगी परीक्षा
राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार ने वीडियो जारी कर कहा है कि परीक्षाएं समय पर होंगी। उन्होंने स्कूल खोलने के मुख्यमंत्री के फैसले का स्वागत किया। साथ ही कहा कि स्कूल लग रहे हैं तो अभिभावकों से आग्रह है कि बच्चों को स्कूल भेजें। बच्चे भी नियमित स्कूल जाएं। हमारी कोशिश परीक्षाओं को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कराने की है।
नया आदेश जारी
मध्य प्रदेश सरकार के गृह और शिक्षा विभागों ने 1 फरवरी से स्कूल खोलने के आदेश जारी कर दिए हैं। गृह विभाग का आदेश कहता है कि कक्षा 1 से 12 तक की सभी कक्षाएं 50% उपस्थिति के साथ संचालित होंगी। छात्रावास एवं आवासीय विद्यालयों में कक्षा 8, 10 और 12 के 100% विद्यार्थी रहकर पढ़ाई कर सकेंगे। वहीं, कक्षा 6, 7 और 11 के 50% विद्यार्थियों को भी छात्रावास की सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी। यह सुनिश्चित करना होगा कि 50 प्रतिशत क्षमता से अधिक विद्यार्थी उपस्थित न हो। ऑनलाइन कक्षाएं पहले की तरह जारी रहेंगी। इससे पहले 14 जनवरी 2022 को आदेश जारी हुआ था और उसमें 15 से 31 जनवरी तक स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया गया था।
Tags
मध्यप्रदेश