ग्राम पंचायत झांडेल में सड़क के नाम पर लाखों की राशि निकलाने के बाद भी आज तक नहीं हुआ कार्य प्रारम्भ, आम रास्ता से कीचड में होकर निकलने को मजबूर ग्रामीण

शीलकुमार यादव, शाकिर खान कोलारस - मामला कोलारस जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत झांडेल का है जहां पंचायत चुनाव से पूर्व स्वीकृत सीसी सड़क एवं टन्की की लाखों रूपये की राशि पंचायत सचिव द्वारा खुर्द-बुर्द करने का प्लान तैयार कर लिया है क्योंकि ग्रामीणों का कहना है कि सड़क स्वीकृत हुये काफी समय हो गया परन्तु आज दिनांक तक पंचायत सचिव द्वारा धरातल पर निर्माण कार्य प्रारम्भ नहीं किया गया है ग्राम के विकास कार्य के लिये स्वीकृत राशि खुर्द-बुर्द करने के आरोप ग्रामीणों द्वारा पंचायत सचिव पर लगाये गये है जानकारी यहा तक मिली है कि अभी तक टन्की का भी निर्माण कार्य प्रारम्भ नहीं किया गया है साथ सीसी सड़़क के नाम स्वीकृत हुई राशि का भी खुर्द-बुर्द करने का प्लान सचिव द्वारा तैयार कर लिया गया है जिससे ग्रामीणों में आक्रोष दिखाई दिया शासन के पैसे का कैसे दुरूपयोग होकर निजी स्वार्थों की पूर्ति में लग जाता है इसका जीता-जागता उदोहरण ग्रामवासियों के द्वारा लगाए गए उन आरोपों से लगता है जहां सरेआम जनपद पंचायत कोलारस की ग्राम पंचायत झाड़ेल के पंचायत सचिव के द्वारा ग्रामवासियों के लिए मंजूर सीसी रोड़ व टन्की के निर्माण कार्य को मंजूरी मिलने के बाद भी पूरा नही कराया जा रहा वहीं सूत्रों की खबर है कि इस निर्माण की करीब 10 लाख से अधिक रूपये की राशि को पंचायत सचिव के द्वारा खुर्द-बुर्द करने की तैयारी कर ली गई है बताया तो यहां तक गया है कि इस निर्माण कार्य की स्वीकृति पंचायत चुनावों के पूर्व ही हो चुकी थी जहां निर्माण कार्य होना था लेकिन पंचायत सचिव के द्वारा अपने मनमाने पूर्ण तरीके से करीब 4 लाख रूपये की राशि का आहरण कर लिया गया है लेकिन धरातल पर इस व्यय राशि का कोई भी निर्माण कार्य नजर नहीं आ रहा। 

आचार संहिता से पहले मिली सीसी सड़क और टन्की की स्वीकृति लेकिन अभी तक नहीं किया गया कार्य प्रारम्भ 

ग्राम पंचायत झांडेल में पंचायत सचिव के द्वारा ग्राम के विकास कार्य के नाम पर स्वीकृत सीसी सड़क टन्की की राशि का खुर्द-वुर्द करने की तैयारी की जा रही है मिली जानकारी के अनुसार विकास कार्य के नाम पर स्वीकृत राशि लगभग 10 लाख रुपए की लागत से 2 सीसी सड़कें और करीब तीन लाख की लागत से तीन टन्की स्वीकृति हुई थी परन्तु करीब दो माह से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी धरातल पर कार्यों के रूप में शून्य है ग्रामीणों ने बताया कि कई बार पंचायत सचिव से सीसी सड़क एवं टन्की बनवाने की बात की गई पर परन्तु विकास कार्य प्रारम्भ के नाम पर सचिव का कोई जबाब नहीं मिला साथ अब तक किसी प्रकार का कोई निर्माण कार्य प्रारम्भ नहीं किया गया जबकि आचार संहिता के समय सचिव द्वारा करीब 03-04 लाख रू. की राशि विकास कार्य के नाम पर स्वीकृत हुई थी जोकि सेकेटरी द्वारा निकाल ली गई है लेकिन 02 माह से अधिक समय होने के बाद भी निर्माण कार्य प्रारम्भ नहीं किया गया।

पंचायत सचिव के कार्यकाल की होना चाहिए जांच

इस पूरे मामले मे ग्रामीणों ने आरोप लगाए है कि जब ग्राम पंचायत झाड़ेल के रहवासियों के लिए विकासोन्मूलक कार्यों के रूप में दो सीसी रोड़ व टन्की का निर्माण किए जाने की स्वीकृति मिल गई तब यह निर्माण कार्य क्यों नहीं किए गए, इसके अलावा ग्रामीणों के अनुसार पंचायत सचिव के द्वारा आचार संहिता के पूर्व ही 4 लाख रूपये की राशि आहरित कर ली गई है जबकि स्वीकृति राशि से एक धेला का कार्य भी पंचायत क्षेत्र में नहीं किया गया। ऐसे में यहां यह पूरा मामला संदेश उत्पन्न कर रहा है और इसके लिए ग्राम पंचायत झाड़ेल के पंचायत सचिव के कार्येां की जांच होना चाहिए साथ ही उसके द्वारा बीते कुछ माह में बैंक खातों को लेकर भी जांच परीक्षण किया जाना चाहिए कि फलां राशि आहरित होने के बाद इसका व्यय कहां और किसलिए कब किया गया। इस तरह के तमाम सवालों को लेकर ग्रामीणों ने मामले की शिकायत जनपद पंचायत कोलारस सीईओ व जिला प्रशासन को भी की है और मामले में जांच की मांग के साथ पंचायत सचिव के कार्यकाल में किए गए कार्यों को लेकर भी जांच हो ऐसी गुहार लगाई है। 

आचार संहिता के पूर्व ही पंचायत सचिव ने आहरण की राशि

जब इस संबंध में पंचायत सचिव वीर सिंह गुर्जर से चर्चा की गई तो उन्होंने स्वीकार किया कि निर्माण कार्य स्वीकृत है लेकिन इस निर्माण कार्य की राशि पूर्व में ही आहरित कर ली गई है। वहीं पंचायत सचिव के द्वारा स्वयं स्वीकार किया गया कि सीसी व हौदी निर्माण की राशि आई है और उन्हेांने आचार संहिता के पूर्व ही राशि आहरित की गई है। वहीं निकाली गई राशि से काम कराए जाने की बात कही लेकिन जब हमारे प्रतिनिधि ने मौके पर पहुंचकर देखा तो वहां कोई भी निर्माण कार्य मौके पर नहीं पाया गया। ऐसे में वास्तविक हालातों के बाबजूद भी पंचायत सचिव के द्वारा मनमाने पूर्ण तरीके से राशि आहरित कर निर्माण कार्य ना कराए जाने को लेकर यह पूरा मामला संदेह उत्पन्न कर रहा है कि निर्माण कार्यों के लिए स्वीकृति राशि आहरित होने के बाद भी उस राशि का उपयोग निर्माण कार्यों में नहीं किया गया। 

इनका कहना है - आपके द्वारा मामला संज्ञान में लाया गया है की ग्राम पंचायत झाड़ले में यदि निर्माण कार्यों को लेकर कोई शिकायत है तो हम इस मामले की जांच कराऐंगें यदि राशि स्वीकृति होने के बाद आहरित की गई और कोई निर्माण कार्य  नहीं कराया गया तो मामले में जांच उपरांत दोषी पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी - ऑफिसर सिंह गुर्जर सीईओ, जनपद पंचायत कोलारस, जिला शिवपुरी


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