कोलारस - योगाचार्य स्वामी श्यामदेव (इन्द्रजीत) द्वारा जेल में योग प्राण विद्या ध्यान शिविर का आयोजन जेलर फयीम खान के सहयोग से सम्पन्न कराया गया।
योगाचार्य स्वामी श्यामदेव द्वारा बंदियों को अपराध से दूर रहने की सलाह दी गई उन्होंने कहा की यदि जीवन में सत्संग होता तो ये जो अपराध कर बैठे हो कभी न करते ,चौरासी लाख योनियों से निकालकर ही मानव जीवन प्राप्त होता है फिर इसे क्यों व्यर्थ गँवाते हो क्यों चोरी,लड़ाई झगड़ा,मरत्यु जैसा अपराध कारित करते हो।
जीवन में योग ध्यान सत्संग को अपनाओ तो कभी भी अपराध करने का मन ही नहीं करेगा जीवन में कुछ अच्छा सोचो अच्छा करो अच्छे मनुष्य बानों ।
जब इस दुनिया से विदा हो तो लोग आपके अच्छे कर्मों को याद करके आँसू बहाएँ तब तो आपका जीवन सार्थक है नहीं तो जीवन पशुवत् ही है।
मैं आपको जगाने आया हूँ अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा जाग जाओ और अच्छे कर्म करो क्योंकि यहि कर्म आपके साथ जाएँगे और यही कर्म याद भी रखे जाएँगे ।
योगाचार्य स्वामी श्यामदेव द्वारा सूक्ष्म व्यायाम के साथ प्रथ्वी शांति ध्यान एवं क्षमा साधना कराई गई।
साथ मै अध्यापक सुरेन्द्र लोधी रहे अंत में जेलर फयीम खान ने आभार व्यक्त किया और आगे भी योग ध्यान का सानिध्य मिलता रहे इसके लिए योगाचार्य जी से आग्रह किया।
इस पर योगाचार्य जी द्वारा कहा गया कि मैं समय समय पर सहयोग करता रहूँगा ।