इस समय तक रहेगा भद्रा का साया, सुहागिनें शुभ मुहूर्त में ही करें चंद्र दर्शन, वरना..

karva-chauth-2करवाचौथ पर सुहागिनें पति की लंबी उम्र के लिए दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं। रखकर शाम के समय प्रदोष काल और मध्यरात्रि के दौरान भगवान शिव व माता पार्वती, भगवान गणेश, कुमार कार्तिकेय आदि देवताओं का पूजन करतीं हैं। इस दिन चंद्रमा का पूजन, दर्शन और अर्घ्य देने के बाद ही महिलाएं अपने पति के हाथों से जल ग्रहण करके अपना व्रत खोलती हैं।

इकीसवीं सदी में बिखरते पारिवारिक रिश्ते, आहत होती भावनाएं और पति/पत्नी के मध्य घटते विश्वास को मजबूती प्रदान करनेवाला पर्व ‘गणेश चतुर्थी’ ‘करवा चौथ’ का व्रत 27 अक्तूबर को मनाया जाएगा। द्वापर युग से लेकर आज कलियुग के पांच हजार एक सौ उन्नीस वर्ष व्यतीत होने पर भी यह पर्व उतनी ही आस्था के साथ मनाया जाता है जैसा द्वापर युग में मनाया जाता था। दिल्ली में करवाचौथ पर चंद्रमा का उदय रात 07 बजकर 58 मिनट पर होगा। इस समय करवा चौथ पूजन, कथा पाठ किया जा सकता है।


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