प्रशासन की जनवरी में चुनाव को लेकर तैयारियां पूरी, नगर पालिका चुनावों की घोषणा में देरी के चलते संभावित प्रत्याशियों के तेवर पड़े ढीले,

प्रशासन की जनवरी में चुनाव को लेकर तैयारियां पूरी, नगर पालिका चुनावों की घोषणा में देरी के चलते संभावित प्रत्याशियों के तेवर पड़े ढीले,

कोलारस - नगर निकाय चुनाव जिसमें नगर परिषद से लेकर नगर पालिका एवं नगर निगम सभी के चुनाव शामिल है। अभी तक जो उम्मीद लग रही थी। उसके हिसाब से जनवरी में नगर पालिका के चुनाव की संभावना नजर आ रही थी। किन्तु नगर पालिका चुनावों की घोषणा में देरी तथा मीड़िया में कई प्रकार की खबरें चलने से चुनाव लड़ने वाले संभावित उम्मीदवारों को नगर पालिका चुनाव लम्बा खिचता हुआ नजर आ रहा है। जिसके चलते नगर पालिका अध्यक्ष के आरक्षण के बाद सक्रिय हुये उम्मीदवार अब ढीले नजर आने लगे है। नगर निकाय चुनाव कब होगा यह तो अभी तय नहीं है। किन्तु प्रशासनिक तैयारियों से लगता है। कि नगर निकाय के चुनाव जनवरी या फरवरी में किसी भी समय हो सकते है। कुछ उम्मीदवारों को यह डर सता रहा है। कि कहीं प्रदेश सरकार कोरोना काल एवं परीक्षाओं को लेकर आगामी छः माह के लिये प्रशासक का कार्यकाल न बढ़ा दे। क्योंकि प्रशासन के साथ-साथ चुनाव लड़ने वाले संभावित उम्मीदवार मीड़िया कार्यालयों से लेकर जनता के दरवार में जाना प्रारम्भ हो चुके थे। यदि चुनाव लम्बे समय टलता है। तो सम्भावित उम्मीदवारों को लम्बे समय जनता दरवार में ढोक लगाने जाना पढ़ेगा और नेता चुनाव तक जनता की ढोक लगाते है और पांच वर्ष तक जनता को चक्कर एवं ढोक लगवाने के लिये मजबूर करते है। यह किसी एक के ऊपर नहीं बल्कि अधिकांश जनप्रतिनिधियों के ऊपर लागू होते हुये जनता ने अपने आंखो से देखी है। कुल मिलाकर प्रशासन से लेकर सम्भावित उम्मीदवार एवं मतदाता सभी जनवरी में चुनाव का मन बना चुके है। यदि किन्हीं कारणों को लेकर नगर निकाय के चुनाव आगे टलता है। तो सभी के चहरों पर मायूशी नजर आयेंगी। 

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