लापरवाही के कारण ठीक एक वर्ष बाद कोरोना ने पुनः पसारे पैर
कोलारस - ठीक एक वर्ष पूर्व 22 मार्च को एक दिन के स्वेच्छा के साथ लाॅक डाउन प्रारम्भ हुआ जिसे हमने कई महिने झेला जिसका असर यह हुआ कि विश्व के विकशित देशों की तुलना में हमारे देश का ग्राफ कम रहा किन्तु दीपावली के बाद कोरोना की गाईड लाईन का पालन वैक्सीन पूर्ण लगने से पूर्व न करना अब हम सब के लिये चुनौती के रूप में पेश आने लगा है। जहां बीते दो दिनों में एक दर्जन से भी अधिक मरीज शिवपुरी जिले में निकलने के साथ जिले में कोरोना की दूसरी लहर वैक्सीन के बीच दिखाई दे रही है। मध्यप्रदेश सरकार के आदेश अनुसार सोमवार को कलेक्टर द्वारा जारी किये गये आदेश हमें ठीक एक वर्ष पूर्व की याद दिलाते है। जब हम अपने ही घर से बाहर नहीं निकल पा रहे थे। ठीक एक वर्ष बाद बिना अनुमति के सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक तथा सभी के लिये कोरोना गाईड लाईन का पालन करने के लिये माक्स न पहनने वालों के चालान, सायरन बजाकर लोगों को कोरोना के नियमों का पालन करने के संकेत प्रशासन द्वारा दिया जाना प्रारम्भ हो गया है। यदि मरीजों का आंकड़ा इसी तरह बढ़ता रहा तो 01 अप्रैल से केन्द्र एवं प्रदेश सरकार नये नियम बनाकर उसका पालन करने का आदेश जारी कर सकती है। जिसमें कई प्रकार की साबधानियां शामिल हो सकती है। कुल मिलाकर लापरवाही के शुद्ध संकेत है। कि ठीक एक वर्ष बाद वैक्सीनेशन के बीच देश में कोरोना के मरीज बढ़ना प्रारम्भ हो गये है। जबकि विकासशील देशों मेें कोरोना के मरीजों का ग्राफ घटा है। यदि कोरोना के नियमों का पालन नहीं किया गया तो कोरोना के बढ़ते मरीजों के चलते शासन के शक्त आदेश के साथ महगाई का सामना करने के लिये हम सब को वर्तमान की तरह भविष्य में भी तैयार रहने की आवश्यकता है।