सिंध नदी पुल धराशायी को तीसरा दिन-हादसे के शिकार युवक की तलास जारी

घटना के बाद जागा प्रशासन पुराने पुल पर दीवार नये पुल को चालू करने का कार्य प्रारम्भ

कोलारस - कोलारस परगने के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचावली में मंगलवार को वर्षो पुराने सिंध नदी पुल पर सीसी का कार्य रूकने के बाद पुल से गुजर रहे तीन लोग हादसे का शिकार हो गये जिनमें दो लोग तैर कर अपनी जान बचाने में कामयाब हुये वहीं तीसरे युवक प्रभूराम आदिवास निवासी ग्राम पचावली पुल धराशायी होने के बाद से लापता है सम्भावना यह लग रही है की प्रभूराम आदिवासी पुल के मलवे में दबा हो सकता है घटना के बाद से पुलिस राजस्व अमले के साथ.साथ कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी मंगलवार की रात्रि एवं बुधवार की दोपहर लगातार घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने रेस्क्यू टीम के साथ प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा कर लापता युवक की तलास जारी रखने के निर्देश दिये घटना को दो दिन बीत चुके है तीसरे दिन गुरूवार को पुनः राहत दल लापता युवक की तलास में जुटेंगे इस बीच दोनो दिन कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी मौजूद रहे वही प्रशासनिक अमले में बचाव दल की टीम के साथ प्रशासनिक अधिकारियों में कोलारस एसडीएम गणेश जायसवाल कोलारस एसडीओपी अमरनाथ वर्मा कोलारस थाना प्रभारी संजय मिश्रा कोलारस तहसीलदार अखलेश शर्मा कोलारस नायब तहसीलदार पूजा यादव लुकवासा चौकी प्रभारी खत्री के अलावा आरआई मांझी एवं आरआई गोविंद आदिवासी बचाव दल के साथ लगातार दूसरे दिन घटना स्थल पर मौजूद रहे। 

यदि बुधवार की जगह मंगलवार को मरमत के स्थान पर होती दीवाल तो बच सकती थी जान

कोलारस के पचावली में सिंध नदी हादसे का शायद इंतजार था जिसके चलते संबंधित विभाग के अधिकारी पुल को बंद करने की जगह उस पर सीसी का कार्य मंगलवार को करते रहे और कार्य के बीच छतिग्रस्त पुल की हालत खराब होने के कारण पुल धराशायी हो गया जिसके चलते हादसे का तीन लोग शिकार हुये जिसमें प्रभूराम आदिवासी निवासी पचावली के बचने की सम्भावना कम ही नजर आ रही है घटना के बाद प्रशासन जागा और बुधवार को पुल के दोनो तरफ ईटो की दीवाल खडी कराई यदि बुधवार की जगह मंगलवार को पुल मरमद के स्थान पर छतिग्रस्त पुल को बंद कर दिया जाता तो प्रभूराम की जान को बचाया जा सकता था किन्तु हमारे देश में घटना के बाद प्रशासन जागता है और समय व्यतीत होने के बाद भूल जाता है यही कहानी पचावली की घटना के बाद सामने आई वहीं दूसरी ओर दो वर्ष से तैयार नवीन पुल को घटना का या यूं कहें की नवीन पुल को दो वर्ष बली का इंतजार था शायद अब वह हो चुकी है जिसके चलते दो वर्ष से बंद पडे़ नवीन सिंध नदी के पुल को दो दिन के बाद चालू करने की संभावना प्रशासन द्वारा दी गई है।


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