जीवन अनमोल है, और इसे पूरी तरह से जीना चाहिए। प्रत्येक दिन अपने समय का अधिकतम उपयोग करने, नई चीजों का अनुभव करने और अपने आसपास के लोगों से जुड़ने का एक नया अवसर है। जीवन को पूरी तरह से जीने के लिए, नए अनुभवों को अपनाना, जोखिम उठाना और अपने जुनून और सपनों को आगे बढ़ाने से न डरना महत्वपूर्ण है। ऐसा करके हम आनंद, उद्देश्य और अर्थ से भरा जीवन जी सकते हैं। जीवन छोटा है, और यह हम पर निर्भर है कि हम इसका अधिकतम लाभ कैसे उठाएं। चाहे वह व्यक्तिगत विकास, सार्थक रिश्तों के माध्यम से हो, या बस हर खट्टे मीठे पल में जीना हो, यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस अनमोल उपहार का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। जीवन को पूरी तरह से जीने से हम एक स्थायी प्रभाव छोड़ सकते हैं और संसार में एक सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।जय जय श्री राधे कृष्णा जी।श्री हरि आपका कल्याण करें।
मनुष्य जीवन समस्त प्राणियों में सर्व श्रेष्ठ है
प्रभु संकीर्तन - हमारे महापुरुषों, संतों, महात्माओं ने कहा है कि मनुष्य समस्त प्राणियों में श्रेष्ठ है। हमारे धर्मशास्त्रों में भी इस बात का उल्लेख है कि मनुष्य समस्त प्राणियों में श्रेष्ठ है। दुनिया को नई राह दिखानेवाले महानुभावों ने भी कहा है कि यह हमारा सौभाग्य है कि ईश्वर ने हमें यह अनमोल जीवन दिया है। यह जीवन प्रकृति प्रदत्त अनमोल उपहार है। हमारे महापुरुषों ने मानव जीवन की श्रेष्ठता की अभिव्यक्ति केवल शब्दों में ही नहीं की है, बल्कि अपने कर्मों से भी सिद्ध किया है कि यह अनमोल है। इस जीवन से अनमोल दुनिया में दूसरा कुछ भी नहीं है। जिन लोगों ने माना कि जीवन अनमोल है, अमृत है और प्रकृति प्रदत्त बहुमूल्य उपहार है, इसके अन्दर असीम शक्ति है, उन्होंने खुद के और दुनिया के लिए नई राह बनाई, दुनिया को एक नई दिशा दी और असम्भव को सम्भव कर दिखाया। विज्ञान एवं तकनीकी के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल कीं और नित्य खोज एवं आविष्कार कर अचम्भित कर दिया।
0 comments:
Post a Comment