हजारो टन यूरिया सोसायटी एवं बाजार में उपलब्ध होने के बाद यूरिया की काला बाजारी से विगडे हालात

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कोलारस-बदरवास-फसलो में डलने बाला यूरिया खाद्य जिसको लेकर कोलारस ही नही बल्कि मध्य प्रदेश के कई जिलो में किसान समय पर यूरिया उपलब्ध न होने तथा निर्धारित कीमत से कई गुना अधिक कीमत में यूरिया खरीदने तथा कई स्थानो पर नकली यूरिया तक विचने की जानकारी प्रशासन से लेकर बर्तमान सरकार के पास उपलब्ध है। किन्तु सबके सब एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे है। किसी के पास इस बात की जानकारी नही है कि सोसायटियो एवं बाजार में बिकने के लिए भेजा गया यूरिया आखिर ब्लैक में क्यो बिच रहा है। कांग्रेस की सरकार इसे भाजपा के ऊपर आरोप लगा रही है तो वहीं प्रशासन चुनाव कार्य में व्यस्थ होने के कारण यूरिया की अव्यवस्था का हवाला दे रहा है। कुल मिला कर कारण जो भी हो व्यापारियो ने 270 रूपये में विकने बाला यूरिया ब्लैक में 450 रूपये तक बाजार में खुलेआम बेचा और प्रशासन ऐसे व्यापारियो पर कार्यवाही करने की जगह मौन साधे रहा जिसके लिए कहीं न कहीं ब्लैक में यूरिया बेचने बाले लाईसेंसधारी व्यापारियो से लेकर प्रशासन जिम्मेदार है। 


सोसायटी से लेकर बाजार में आया हजारो टन यूरिया
यूरिया खाद्य को लेकर दिसम्बर माह के प्रारंभ से अंत तक यूरिया उपलब्ध न होने के कारण किसान काफी परेशान है। बाजार से नकली यूरिया अथवा ब्लैक में यूरिया खरीदने को  मजबूर है आखिर लाईसेंसधारी व्यापारियो के पास ब्लैक में बेचने के लिए यूरिया उपलब्ध है जबकि नियम में व्यापारी यूरिया खाद्य उपलब्ध न होने की जानकारी देते रहे और ब्लैक में हजारो टन यूरिया व्यापारियो द्वारा सोसायटियो, दूसरे जिलो एवं उत्तर प्रदेश, राजस्थान से यूरिया मंगवा कर व्यापारी प्रशासन की नाक के नीचे हजारो टन यूरिया विगत दो माह से खुलेआम बेचते चले आ रहे है। $कृषि विभाग कोलारस को 12 दिसम्बर से 27 दिसम्बर तक सोसायटी बार उलब्ध यूरिया की जानकारी जो उपलब्ध कराई गई उसके अनुसार कोलारस सोसायटी पर 76 टन यूरिया, कोलारस सोसायटी पर 56 टन, खरई सोसायटी पर 18 टन, पचावली सोसायटी पर 202 टन, लुकवासा सोसायटी पर 58 टन, बेहंटा सोसायटी पर 110 टन, भडौता सोसायटी पर 121 टन, राई सोसायटी पर 38 टन यूरिया बीते पन्द्रह दिनो के अंदर उपलब्ध कराये जाने की जानकारी कृषि विभाग कोलारस को उपलब्ध कराई गई जबकि इससे पूर्व भी यूरिया सोसायटियो को शासन द्वारा उपलब्ध कराया गया। यदि सोसायटियो से यूरिया की सूची मंगवा कर उसकी जांच की जाये तो मामला सामने आ जायेगा कि किसानो को देने के लिए शासन ने जो यूरिया भेजा था वह किसानो को कितना बांटा गया तथा व्यापारियो को कितना बेचा गया। 


ब्लैक में यूरिया बेचने बाले दुकानदारो के लाईसेंस किये जायेगे निरस्त- एसएडीओ
कोलारस कृषि विभाग के एसएडीओ जेपी शर्मा ने प्रेस के माध्यम से जानकारी देते हुये बताया कि सोसायटियो एवं प्राईवेट दुकानदारो के माध्यम से शासन ने हजारो टन यूरिया कोलारस जनपद पंचायत क्षेत्र के किसानो को बांटने के लिए भेजा सोसायटियो ने कितनी ईमानदारी से कार्य किया इसकी जानकारी तो उनको आवंटित खाद्य एवं वितरण किये गये किसानो के नाम सार्वजनिक करने पर ही पता चलेगा कि सोसायटियो ने खाद्य वितरण में कितनी ईमानदारी बर्ती है कुल मिला कर हम सोसायटियो से लेकर लाईसेंसधारी दुकानदारो से खाद्य की आवक एवं वितरण सूची लेने के बाद ही यह निष्कर्ष निकाल पायेगे कि कहां कहां वितरण में अनिमित्ता बरती गई है। जिन दुकानदारो ने कोलारस क्षेत्र में यूरिया खाद्य ब्लैक में किसानो को बेचा है उनके लाईसेंस निरस्त करने की कार्यवाही की जायेगी। हमें चालू सप्ताह ही बस स्टेण्ड पर संचालित खाद्य की दुकान पर अवैध रूप से यूरिया के तीन ट्रक आने की जानकारी प्राप्त हुई थी जिसके बाद हमने कृषि विभाग के कर्मचारी को भेज कर आधार कार्ड के माध्यम से किसानो को 270 रूपये में यूरिया किसानो को बेचने की व्यवस्था की गई। कुल मिला कर अबैध रूप से ब्लैक में खाद्य खरीदने एवं बेचने बाले व्यापारियो के लाईसेंस जल्द निरस्त करने की कार्यवाही की जायेगी। 

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