भारतीय सेना ने फिर आतंकवादी मारने का शतक पूरा किया है,इनमें 26 विदेशी और बाकी देशी थे।
शोपियां में हिजबुल के खूंखार आतंकी सज्जू टाइगर समेत तीन मारे गए
-हथियार और गोला बारूद बरामद
-त्राल में दो आतंकियों का काम तमाम, फिलहाल शिनाख्त नहीं
दक्षिणी कश्मीर में शुक्र वार को दो अलग-अलग मुठभेड़ों में पांच आतंकी मारे गए। मारे गए आतंकियों से हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया है। एक दिन में दो मुठभेड़ों में पांच आतंकियों का काम तमाम करने में सुरक्षा बलों को सफलता हाथ लगी है। इन पांच आतंकियों के मारे जाने के साथ ही इस साल अब तक 101 आतंकी मारे जा चुके हैं। यानी 20 आतंकी प्रति महीने मारे गए। इनमें 25 विदेशी और 76 स्थानीय थे। यह सभी आतंकी जैश ए मोहम्मद, लश्कर ए ताइबा, हिजबुल मुजाहिदीन तथा अंसार गज्वातुल हिंद से जुड़े थे।
पहली मुठभेड़ शोपियां जिले में हुई जहां हिजबुल मुजाहिदीन के खूंखार आतंकी आबिद मंजूर मागरे उर्फ सज्जू टाइगर समेत तीन आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया। सुगन इलाके के ड्रगड़ में एक सूचना के आधार पर शुक्रवार तड़के सेना की 44 राष्ट्रीय राइफ ल्स (आरआर), सीआरपीएफ और एसओजी के जवानों द्वारा तलाशी अभियान चलाया गया। इस दौरान इलाके में छिपे आतंकियों की ने जवानों पर फ ायरिंग की जिसका जवानों द्वारा जवाब दिया गया। कुछ देर तक चली मुठभेड़ के बाद इलाके में कोई फ ायरिंग नहीं हुई। कई घंटे तक चले तलाशी अभियान के बाद अचानक से दोबारा फ ायरिंग शुरू हुई। इस दौरान हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकियों को मार गिराने में सफ लता हाथ लगी।
पुलिस ने बताया कि मारे गए आतंकियों की शिनाख्त नौपोरा पुलवामा के आबिद मंजूर मागरे उर्फ सज्जू टाइगर, लस्सीपोरा पुलवामा के बिलाल अहमद भट और मलनार शोपियां के जासिम रशीद शाह के तौर पर हुई है। आबिद और बिलाल कई आतंकी घटनाओं में शामिल रह चुके हैं। उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। आबिद 2016 से सक्रिय है। वह 2016 में गुड्बुग में गार्ड से हथियार छीनने, 2018 में अलाईपोरा लस्सीपोरा में पेट्रोलिंग पार्टी पर हमले से साथ-साथ अन्य कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दे चुका है। पुलिस के अनुसार बिलाल भी कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दे चुका है। पुलिस को मिले इनपुट्स के अनुसार जासिम हाल ही में आतंकी संगठन में शामिल हुआ था।
दूसरी मुठभेड़ पुलवामा जिले के अवंतिपोरा में हुई जहां सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों को मिडूरा त्राल के ननर गांव में कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी जिसके आधार पर सेना की 42 राष्ट्रीय राइफ ल्स (आरआर) सीआरपीएफ और एसओजी जवानों द्वारा इलाके की घेराबंदी की गई। सुरक्षाबलों ने घेरा सख्त किया और जहां आतंकी छिपे हुए थे उस ओर कुछ वार्निंग शॉट्स दागे गए। एक मकान में छिपे आतंकियों ने भागने की कोशिश करते हुए पहले तो जवानो पर ग्रेनेड दागा, फिर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई। जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी मारे गए। पुलिस के अनुसार फिलहाल इनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है, लेकिन प्रारंभिक छानबीन से एक स्थानीय तथा एक विदेशी लगता है। शुरू में बताया जा रहा था कि घेरे में जैश के दो आतंकी फंसे हुए थे। जिस मकान में आतंकी छिपे हुए थे उसे पूरी तरह से नुकसान पहुंचा है। मुठभेड़ शुरू होते ही प्रशासन द्वारा अवंतिपोरा और आस-पास के इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थी।