कोलारस-प्रदेश सरकार के आंकडो की हम बात करें तो एक जून से 30 सितम्बर तक प्रदेश सरकार इन चार माह में बारिश के आंकडो को एकत्रित करती है। बारिश के लिए मुख्य माह जुलाई एवं अगस्त माने जाते है। किन्तु इस बार विलम्ब से सही मध्य में कम तथा जाते जाते बारिश ने शिवपुरी से लेकर कोलारस परगने में औसत बारिश के आंकडे को छूने के करीब है। कुवांर माह में दिन के समय गर्मी तथा कभी-कभी वारिश हो जाती थी जिससे हमे क्वांर में पडने बाली गर्मी को क्वांर के धमके के नाम से जानते थे। किन्तु इस बार क्वांर माह के करीब 10 दिन शेष बचे है फसल पकने बाली हल्की गर्मी तो दूर की बात है। फसल सडाने बाली बारिश क्वांर माह यानि कि अक्टूम्बर के पहले दिन मंगलवार को फसलो से लेकर किसान एवं व्यापार मिटाने बाली बारिश ने सभी लोगो को ऊट पटांग मौसम का अहसास करा दिया है। यदि वारिश का सितम नव दुर्गो में इसी प्रकार जारी रहा तो 50 प्रतिशत के आस-पास फसल एवं सब्जी बर्बाद होने के कारण किसान एवं व्यापार दोनो इस सीजन में खत्म हो जायेगे। कुल मिला कर भले ही इस बार पिछले वर्ष की तुलना में बारिश के आंकडे कमजोर हो किन्तु फसल पकने के दौरान होने बाली बारिश फसल से लेकर सब्जी दोनो को खेतो में ही खडी फसल के दौरान पुन: उगने तथा सडने के लिए मजबूर कर रहे है। नवरात्री के तीन दिन बीत चुके है क्वांर मास आधे से अधिक निकल चुका है शरद पूर्णिमा के साथ सुबह शाम की हल्की सर्दी प्रारंभ होने को है किन्तु बारिश खत्म न होने से दशहरे एवं दीपावली की तैयारी पर बारिश का पानी, पानी फेरने का काम कर रहा है।
नवदुर्गो में होती रही बारिश तो कैसे मनेगा दशहरा एवं दीपावली का त्यौहार
नवरात्री का पर्व जारी है बुधवार को नवरात्री का चौथा दिन है रविवार एवं सोमवार दो दिन कुलदेवी की पूजा मंदिरो तथा घरो में होगी। उसके बाद मंगलवार को दशहरे का पर्व मनाया जायेगा। मौसम विभाग के आंकडे जिस प्रकार नवरात्री में बारिश की आशंका जाहिर कर रहे है उससे लगता है कि इस बार दशहरे का पर्व कहीं बारिश की भेंट न चढ जाये। नवरात्री से दीपावली त्यौहार की तैयारी प्रारंभ हो जाती है। किन्तु इस बार बारिश नवरात्री में भी जारी रहने के कारण दशहरे एवं दीपावली दोनो त्यौहारो की तैयारियों पर बारिश का पानी, पानी फेरने को उतारू है।
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