फिर नाराज हुए ‘महाराज’, झाबुआ उपचुनाव से बनाई दूरी

मध्य प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर एक बार फिर चर्चाओं का बाजार गरम है। पिछले कई दिनों से सिंधिया के अपनी ही पार्टी से होने की खबरें सामने आ रही है। इस बीच मुख्यमंत्री के लिए प्रतिष्ठा का चुनाव बने विधानसभा सीट के लिए हो रहे में कांग्रेस के सबसे लोकप्रिय चेहरे और स्टार प्रचारक सिंधिया का चुनाव प्रचार के लिए नहीं पहुंचना सियासी गलियारों में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है।
झाबुआ सीट पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया को जीताने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पूरी ताकत झोंक दी है। भूरिया के नामांकन के समय ही रोड शो कर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनाव प्रचार का जो शंखनाद किया था वह अब तक जारी है, लेकिन दूसरी ओर सिंधिया ने झाबुआ से अपनी दूरी बना रखी।
अपनी जिस गुटबाजी के चलते मध्य प्रदेश में कांग्रेस लंबे समय तक सत्ता से बाहर दिखाई दी वह इन दिनों झाबुआ उपुचनाव में खुलकर फिर सामने आ गई। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान जिस तरह सिंधिया गुट को दरकिनार किया गया वह भी सियासी हल्कों में खूब चर्चा का विषय बना हुआ है। चुनावी सभा में भीड़ बटोरने में माहिर समझे जाने वाले सिंधिया को कांग्रेस के नजर से बेहद महत्वपूर्ण झाबुआ उपचुनाव में चुनाव प्रचार नहीं करना कांग्रेस की अंदरखाने में मचे सियासी घमासान का संकेत दे रहा है।

इससे ठीक उलट अगर सिंधिया के पिछले एक महीने के कार्यक्रमों पर नजर दौड़ायी जाए तो सिंधिया मध्य प्रदेश में खासा सक्रिय नजर आ रहे है।
इतना ही नहीं सिंधिया विपक्ष से कही ज्यादा अपने ही सरकार पर हमलावर दिखाई दे रहे है।

भिंड़ में पिछले दिनों एक कार्यक्रम में सिंधिया ने अपनी ही सरकार को घरेते हुए किसान कर्जमाफी पर सवाल उठा दिया था। इससे पहले बाढ़ और अतिवृष्टि से बर्बाद हुई किसानों की फसल के मुआवजे को भी लेकर सिंधिया ने कमलनाथ सरकार को घेरा था। इसके साथ ही बात चाहे प्रदेश में हो रहे तबादलों की हो या ग्वालियर में मेट्रो चलाने की सिंधिया इन दिनों अपनी ही सरकार तक आवाज पुहंचाने के लिए पत्र का सहारा ले रहे हैंं

सिंधिया के झाबुआ उपचुनाव से दूरी पर बनाने पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि इस समय कांग्रेस मां और बेटे के बीच बंट गई है और कौन सी कांग्रेस में कौन है यह यक्ष प्रश्न है, फिलहाल बेटे की कांग्रेस में जो है वह प्रताड़ित है और वह नया आशियाना ढूंढ रहे है। शिवराज ने कहा कि कांग्रेस आज हजार टुकड़ों में बंट गई है और इनमें से एक टुकड़ा लेकर सिंधिया घूम रहे है और उनको कोई नहीं पूछ रहा है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस कई टुकड़ों में बंट गई है।

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