
चीन के तेवर को आईना दिखाने और मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) में एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम तैनात कर दिए हैं. इंडियन आर्मी और एयरफोर्स ने पूर्वी लद्दाख में चीनी लड़ाकू विमानों और हेलिकॉप्टर के मूवमेंट को रोकने के लिए एयर डिफेंस मिसाइल की तैनाती की है.
सूत्रों ने आजतक से बातचीत में कहा कि चीन की सेना के किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हमको तैयार रहना होगा. भारत-चीन सीमा पर चीनी सेना की गतिविधियों को देखते हुए हमने आकाश एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम समेत अन्य मिसाइल सिस्टम तैनात किए हैं. इन मिसाइल सिस्टम को दौलत बेग ओल्डी से लेकर पूर्वी लद्दाख के दक्षिणी हिस्से तक एलएसी में तैनात किया गया है.
मई के पहले सप्ताह से चीनी हेलिकॉप्टर और लड़ाकू विमान सीमा पर भारतीय क्षेत्र के बेहद करीब से उड़ान भर रहे हैं. पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून की रात भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे. इस हिंसक झड़प के बाद चीन ने सीमा पर अपने लड़ाकू विमानों के बेड़े को मजबूत किया है और Su 30s व अन्य बमवर्षक एयरक्राफ्ट की संख्या बढ़ाई है.
इस खतरे को देखते हुए भारत ने चीन को सबक सिखाने के लिए सीमा पर एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की तैनाती की है. सूत्रों का कहना है कि एलएसी पर एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की तैनाती के बाद अब चीन भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन नहीं कर पाएगा.
भारत-चीन सीमा पर इंडियन एयर फोर्स और आर्मी के सर्विलांस सिस्टम को भी एक्टिवेट कर दिया गया है. इससे भारतीय हवाई क्षेत्र से चीनी लड़ाकू विमानों का बचकर निकलना संभव नहीं होगा.
आपको बता दें कि भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव चल रहा है. पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प भी हुई थी, जिसमें भारतीय सेना के कर्नल संतोष बाबू समेत 20 जवान शहीद हो गए थे.
सूत्रों का कहना है कि इस हिंसक झड़प में चीन के करीब 40 सैनिक मारे गए हैं. हालांकि चीन ने अपने मारे गए सैनिकों का आंकड़ा जारी नहीं किया है.