सीएम हेल्पलाइन में खराब प्रदर्शन के चलते भिंड कलेक्टर को हटाया

 सीएम हेल्पलाइन में खराब प्रदर्शन के चलते भिंड कलेक्टर को हटाया

भिंड - प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस ने शुक्रवार देर रात आदेश जारी कर कलेक्टर वीरेंद्र सिंह रावत को भिंड से हटा दिया। उन्हें इंदौर में नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण में बतौर सह आयुक्त पदस्थ किया गया है। वीरेंद्र सिंह रावत के स्थान पर भिंड में लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण के संचालक सतीश कुमार एस को कलेक्टर बनाया गया है। यहां बता दें, सीएम हेल्पलाइन में जिले के लगातार खराब प्रदर्शन के चलते कलेक्टर को हटाना माना जा रहा है। वहीं 2 दिन पूर्व गोहद में भाजपा के पूर्व महामंत्री कपिल जैन की चक्की से सैंपलिंग की कार्रवाई को भी इस स्थानांतरण की वजह माना जा रहा है। शांतिपूर्ण उपचुनाव करवाकर रचा इतिहासः कलेक्टर वीरेंद्र सिंह रावत करीब 1 वर्ष पूर्व जिले में पदस्थ हुए थे। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती गोहद और मेहगांव विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराने की थी। पूर्व में जिले में जो भी उपचुनाव हुए उनमें हिंसा तो हुई ही साथ ही कलेक्टर और एसपी पर निलंबन तक की कार्रवाई हुई थी। ऐसे में 2020 का उपचुनाव बड़ी चुनौती थी। इसे कलेक्टर वीरेंद्र रावत ने एसपी मनोज कुमार सिंह के साथ मिलकर सामना किया। गोहद में भाजपा नेता की चक्की से सैंपलिंग में हुआ था हंगामाः गोहद में बुधवार को खाद्य सुरक्षा अधिकारी रीना बंसल पूर्व भाजपा महामंत्री कपिल जैन की चक्की पर सैंपलिंग की कार्रवाई करने गई थीं। इस दौरान श्री जैन के चचेरे भाई भाजपा के मंडल अध्यक्ष विवेक जैन, भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सीमा शर्मा से तीखी बहस हुई थी। हंगामा भी हुआ था। भाजपा नेताओं ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी पर आरोप लगाए थे। अब दो दिन बाद कलेक्टर को हटाने की कार्रवाई को इससे जोड़कर भी देखा जा रहा है. विधानसभा में अवैध उत्खनन पर विधायक ने उठाए थे सवालः यहां बता दें, वर्तमान में चालू विधानसभा सत्र में गुरुवार को भिंड से बसपा विधायक संजीव सिंह संजू ने प्रशासन और पुलिस को घेरा था। विधायक ने सवाल उठाए थे कि जिले में लगातार अवैध रेत उत्खनन किया जा रहा है। प्रशासन इसे पूरे तरीके से रोक नहीं पा रहा है।

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