सिंधिया के भूपेन्द्र यादव के निवास पर पहुंचना शोक संवेदना या चुनाव के लिये समर्थन

सिंधिया के भूपेन्द्र यादव के निवास पर पहुंचना शोक संवेदना या चुनाव के लिये समर्थन

हरीश भार्गव, शीलकुमार यादव कोलारस - बदरवास - लोक सभा चुनाव की हार के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा कोलारस, बदरवास क्षेत्र से दूरी इतनी हो गई कि हर माह कोलारस, बदरवास तहसील क्षेत्रों में आने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया अब वर्ष बीत जाने के बाद भी कोलारस एवं बदरवास में आना भी कम हो गये ज्योतिरादित्य सिंधिया की छवि गुना लोकसभा ही नहीं वल्कि समूचे संभाग एवं प्रदेश भर में फैली हुई है। उसके बाद भी गुना लोकसभा क्षेत्र से दूरी बनाना तथा वर्तमान सांसद द्वारा सांसद बनने के बाद भी क्षेत्र से दूर रहना सिंधिया के लिये आगामी लोकसभा चुनाव के लिये खुला आमंत्रण होने के बाद भी रविवार को सिंधिया के बदरवास आगमन के दौरान कोलारस के वायपास से होकर गुजरने तथा दिसम्बर में भूपेन्द्र यादव की माता जी के निधन के चैथे माह में सिंधिया का शोक संवेदना के लिये आना संवेदना व्यक्त करना मात्र है अथवा बदरवास में भाजपा से टिकिट मांगने वाले अध्यक्ष पद के दो उम्मीदवारों परमाल परिहार एवं वद्री परिहार में से भूपेन्द्र यादव समर्थक वद्री परिहार के लिये आगामी नगर परिषद चुनाव के लिये रास्ता साफ करना।

ज्योतिरादित्य सिंधिया की वेदाग छवि के बाद भी मोदी लहर ने उन्हें सबा लाख से चुनाव हराने के बाद भाजपा में शामिल होने के लिये विवस किया सिंधिया के शामिल होते ही प्रदेश में कांग्रेस की जगह भाजपा की सरकार तो बन गई किन्तु सिंधिया समर्थक मंत्री एवं विधायक चुनाव हारने के बाद अपना पद एवं प्रतिष्ठा सिंधिया की खातिर दाव पर लगाकर घर बैठे हुये है। उन्ही की तरह कोलारस परगने की हम बात करे तो यहां भी हालात कुछ ऐसे है। कि कांग्रेस के प्रदेश संगठन से लेकर सांसद प्रतिनिधि, पूर्व विधायक, पूर्व नगर परिषद, पूर्व जनपद अध्यक्ष पार्टी एवं पद चले जाने के बाद सिंधिया की खातिर सब कुछ गवाने के बाद घर बैठे हुये है। सिंधिया के कहने पर मंत्रियों को कांग्रेस से ज्यादा भाजपा में स्थान तो मिला किन्तु ऐसे भी लोग है। जिनका मंत्री एवं विधायक, संगठन सभी जगह से बाहर हो जाने के बाद भाजपा संगठन में शामिल न होने के बाद अपने आपको उपेक्षित महसूस कर रहे थे। किन्तु रविवार को राज्य सभा सांसद बनने के बाद कोलारस परगने में आगमन पर भाजपा संगठन से जुड़े लोगों एवं भाजपा के जनतिनिधियों द्वारा सिंधिया के स्वागत में आगे आने तथा भूपेन्द्र यादव के निवास पर शोक संवेदना व्यक्त करने के लिये सिंधिया के पहुंचने से पूर्व मंत्रियों से लेकर पूर्व विधायक, पूर्व संगठन से जुड़े लोग, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष रह चुके लोगो की उम्मीद सिंधिया के आने तथा भाजपाईयों के स्वागत में वड़ चड़ कर शामिल होने से वन्द्री परिहार ही नहीं वल्कि कोलारस से लेकर जिले भर में सिंधिया समर्थक भाजपा से टिकिट मांगने वाले पार्षद पद से लेकर अध्यक्ष पद एवं निगम से लेकर संगठन में अपनी उम्मीद बनाये रखे सिंधिया समर्थको को रविवार को बदरवास में आने से बल मिला है साथ ही सिंधिया के पुनः गुना लोकसभा से चुनाव लड़ने की उम्मीद कार्यकर्ताओं में चर्चा का विषय बनी रही इसके अलावा वर्तमान सांसद द्वारा शिवपुरी कोलारस की जगह अशोकनगर मुंगावली में अधिक समय देने से सिंधिया के लिये सांसद का टिकिट एवं चुनाव का रास्ता साफ दिखाई दे रहा है।  


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