कोलारस - कोलारस नगर के दोनो वायपास चौराहों के मध्य करीब 5.5 किलो मीटर क्षेत्र आता है जिसमें से करीब 4 किमी क्षेत्र में पेवर्स ब्लॉक यानि की सीमेंट के चौके पिछले वर्ष लगाये गये थे पेवर्स ब्लॉक की गुणवत्ता को लेकर नगर के कई संगठन एवं लोगो ने विरोध किया था कुछ समय काम बंद होने के बाद पुनः कार्य चालू हो गया और नगर की 5.5 किमी हाईवे के मध्य सीमा में से जिस 4 किमी की सीमा में पेवर्स ब्लॉक लगाये गये थे उसमें से 50 प्रतिशत पेवर्स ब्लॉक या तो उखड़ चुके है अथवा मिट्टी के अंदर समा चुके है।
कोलारस में पेवर्स ब्लॉक के लगाने से लेकर कार्य पूर्ण होने तक मीड़िया के द्वारा भी गुणवत्ता की जांच कराने के लिये अनेकों बार मुददा उठाया गया कुछ समय काम रोकने के बाद पुनः कमीशन की राशि बड़ा कर कार्य प्रारम्भ कर दिया गया जिसका परिणाम यह निकला की कोलारस नगर की सुंदरता के लिये लगाये गये पेवर्स ब्लॉक से लेकर साईड के संकेतक पोल भी नगर में उखड़ चुके है कमीशन खोरी की कहानी इसी से बयां होती है कि षिवपुरी में कई किमी क्षेत्र में लगाये गये पेवर्स ब्लॉक आज भी लगे हुये है जबकि कोलारस में करीब आधा सैंकड़ा से भी अधिक स्थानों पर पेवर्स ब्लॉक उखड़ चुके है अथवा मिट्टी में धश चुके है कोलारस में बैंक ऑफ इंडिया के पास मुख्य मार्ग पर लगे पेवर्स ब्लॉक जिनकी फोटो सहित प्रमाण यह गवाही देते है कि यदि हिम्मत है तो जांच कर के देखो हमारे ठेकेदार ने कमीशन देकर हमको यानि पेवर्स ब्लॉक को लगवाया और हम उखड कर जांच करने के बाद और भी कमीशन देने तैयार है कोलारस में बैंक ऑफ इंडिया ही नही बल्कि अनेक स्थानों पर पेवर्स ब्लॉक रोड़ के लेविल होने के कारण कई स्थानों पर थोड़ी सी वारिश होने पर हाईवे मिनी तालाव का रूप ले लेता है जिसका उदाहरण कोलारस नगर में नरेन्द्र धाकड़, शिखर धाकड़, संग्राम गोस्वामी की दुकानों के सामने वारिश का पानी भरने से दुकानदारों से लेकर राहगीर परेषान होते है जिसका सबसे बड़ा कारण पेवर्स ब्लॉक लगने के बाद नाली का निर्माण न होने के कारण लोग पेवर्स ब्लॉक उखड़ने से लेकर वारिश का पानी हाईवे पर भरने से परेशान होते है कोलारस नगर के लोगों का यही करना है कि इससे तो पेवर्स ब्लॉक नहीं थे तब हम सुखी थे पेवर्स ब्लॉक की जांच हो अथवा न हो सम्पूर्ण उखड़ जाये तो लोग राहत की सांस लेंगे।

