मंगलवार को सूर्य उदय के साथ सूतक लगने से गोवर्धन पूजा बुधवार को - Kolaras

कोलारससोमवार को दीपावली मनाई जायेगी इसी के साथ मंगलवार को सूर्य उदय के साथ सूतक लगने से गोवर्धन पूजा बुधवार को दिवाली के अगले ददिन शाम को साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर का खंड सूर्य ग्रहण लगेगा। जिसका असर भारत में भी देखने को मिलेगा।  सूर्य ग्रहण शाम 4:40 बजे से 5:24 बजे तक रहेगा। इससे 12 घंटे पहले ग्रहण का सूतक काल शुरू हो जाएगा। इस सूर्य ग्रहण का स्पर्श भारत में दिन के 11.28 बजे हो जाएगा और करीब 07:05 घंटा बाद शाम 5.24 बजे मोक्ष होगा। वही ग्रहण का सूतक 12 घंटा पूर्व यानि 24 अक्टुबर की रात 11:28 बजे से ही लग जाएगा। इसलिए दिवाली की अगली सुबह ग्रहण के सूतक काल में होगी।


धर्मग्रंथों के अनुसार, सूतक के दौरान मूर्ति पूजा निषेध है। यही नहीं इस दौरान खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डालकर रखे जाते हैं। इसके अलावा मंदिरों में ग्रहण के बाद साफ-सफाई होने के बाद ही पूजा आरंभ होती है।  ज्योतिषियों की मानें तो इस बार ग्रहण का स्पर्श इस बार भारत में ही होगा। 


त्रियोदशी 23 अक्तूबर की शाम 6 बजाकर 03 मिनट तक होने के कारण धनतेरस का पूजन 23 अक्तूबर को ही किया जाएगा। जबकि, कार्तिक कृष्ण अमावस्या को वर्ष का दूसरा व अंतिम सूर्य ग्रहण तथा कार्तिक पूर्णिमा को अंतिम खग्रास चंद्र ग्रहण लग रहा है। इन दोनों ग्रहण का दर्शन व प्रभाव भारत में होगा। दीपावली के अगले दिन 25 अक्तूबर मंगलवार को सूर्य ग्रहण स्वाति नक्षत्र व तुला राशि में लगेगा।


24 अक्तूबर की शाम को अमावस्या आ जाएगी। इस लिए 24 अक्तूबर की रात को अमावस्या की रात हैं, जिस लिए 24 को ही दीवाली मनाई जाएगी।


25 अक्तूबर को अमावस्या हैं और सूर्य ग्रहण हैं। इसलिए यह साल का अंतिम सूर्य ग्रहण होगा। सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटा पूर्व आरंभ सुबह 6: 03 बजे शुरू हो जाएगा। सनातन धर्म में ग्रहण का खास महत्व है।


  

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